अररिया. तीन साल से अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक को रविवार को जेल भेजा दिया गया. पुलिस अधिकारियों के साथ खुफिया विभाग के अधिकारियों के द्वारा कड़ी पूछताछ के बाद कई रहस्यों से भी पर्दा उठा. जिसके बाद नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मनीष कुमार रजक के फर्द बयान के आधार पर ही बांग्लादेशी नागरिक के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी कांड संख्या 521/2024 दिनांक 05.10.2024 धारा 14 द फॉरेनर्स एक्ट 1946,12 द पासपोर्ट एक्ट 1967,319(2),318(4),338,336(3) दर्ज की गई.
केस के अनुसंधानकर्ता एसआई सज्जन सिंह को बनाया गया. नगर थाना में केस दर्ज होने के बाद एएसपी रामपुकार सिंह ने मामले में रविवार को पत्रकार वार्ता कर जानकारी दी. वहीं दूसरी ओर अवैध तरीके से तीन साल तक भारतीय नागरिक बनकर बांग्लादेशी नागरिक के रहने और आधार कार्ड,वोटर कार्ड के साथ साथ शादी करने के खुलासे के बाद भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने पूरे सीमांचल इलाके में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों के शिनाख्त कर उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की वकालत की और मामले में डीएम एसपी से बात करने के साथ ही बिहार सरकार और राज्य सरकार को पत्राचार करने की बात कही.
बांग्लादेशी नागरिक मामले में जानकारी देते हुए एएसपी रामपुकार सिंह ने कहा कि रामपुर कोदरकट्टी में पासपोर्ट कागजात वेरिफिकेशन को लेकर मुखिया द्वारा पकड़े जाने पर बांग्लादेशी नागरिक ने अपना नाम नवाब बताया था और भारत में बने आधार कार्ड और वोटर आई कार्ड में भी अपना नाम नवाब हो बताया. लेकिन तफ्तीश के दौरान नवाब का ओरिजिनल नाम अब्दुल हाकिम पता चला,जो पिता – मो. अंसार अली,माता -मनेरा बेगम का पुत्र है और बांग्लादेश के चंपाई नवाबगंज देवीनगर वार्ड संख्या सात का रहने वाला है.
एएसपी ने बताया कि तीन साल पहले अवैध रूप से बांग्लादेश की सीमा को लांघकर भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश किया था. पकड़े गए बांग्लादेश नागरिक ने स्वीकार करते हुए बताया कि तीन साल पहले वह बांग्लादेश से सीमा पारकर इंडिया आया था. नदी पारकर बीएसएफ के जवानों से मिलकर भारत में प्रवेश करने के बाद कटिहार के सेमापुर में रह रही खाला के पास जाकर रहा. डेढ़ साल पहले रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के मरंगी टोला वार्ड संख्या एक गढ़बनैली में मुश्ताक की बेटी से शादी की. जिनसे उनको एक बेटी है,जिसका नाम नुसरत खातून है. पुलिस को उन्होंने बताया कि वोटर आई कार्ड बनाने के लिए उन्होंने बीएलओ को पैसा दिया था.वह भारतीय होने के अपने सारे कागजातों को दुरुस्त कर लेना चाहता था और इसी को लेकर पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था.
इधर बांग्लादेशी नागरिक मामले में अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि मामले को लेकर उन्होंने डीएम और एसपी से बातचीत की है. उन्होंने कहा कि अररिया समिति पूरे सीमांचल इलाके में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी लोग रह रहे हैं,जो गलत तरीके से आधार कार्ड वोटर कार्ड बना लिए हैं. उन्होंने सीमांचल में भारी संख्या में रह रहे घुसपैठ को चिन्हित करने की आवश्यकता करार देते हुए भारत सरकार और बिहार सरकार को पत्र लिखने की बात कही. उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए चुनाव के समय बीएलओ के द्वारा पैसे लेकर वोटर आई कार्ड बनाने के मामले में भी करवाई को जरूर करार दिया.