Jagarnathpur.: जगन्नाथपुर विधानसभा से शुक्रवार को नामांकन के आखिरी दिन जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन ने अपना पर्चा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दाखिल कर दिया है. पहले ऐसी खबर आ रही थी कि वह झामुमो से चुनाव लड़ेंगी फिर गठबंधन में जब यह सीट कांग्रेस को दे दिया गया तो उन्होंने गठबंधन धर्म निभाने का एलान किया था. परंतु बात उस वक्त बिगड़ी जब 23 अक्टूबर को जगन्नाथपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी सोनाराम सिंकु ने अपना नॉमिनेशन में झामुमो के संभावित प्रत्याशियों में से किसी एक को भी नहीं बुलाया.पार्टी नेताओं के मना करने के बावजूद लक्ष्मी सोरेन ने नामांकन किया.
इसके बाद सबसे अंतिम समय में लक्ष्मी सोरेन नामांकन हेतु अनुमंडल कार्यालय गई. सूत्रों ने बताया की लक्ष्मी सोरेन को नामांकन करने से झामुमो के कुछ मंत्री, विधायक व वरिष्ठ नेताओं ने भी फोन कर ऐसा करने से मना किया लेकिन वह नहीं मानी. नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद अपने संबोधन में जिप अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने कहा कि ना हम गीता कोड़ा को और ना सोनाराम सिंकु को वोट देंगे तो उनके डिमांड पर मुझे निर्दलीय उम्मीदवार बनना पड़ा. उन्होंने कहा कि कोड़ा दंपति का जंगल राज से पूरा क्षेत्र त्रस्त है. पिछले 25 वर्षों से चाहे किसी भी पार्टी में रहे हों जनता ने उन्हें भरपूर समर्थन दिया. फिर भी यहां पर पलायन है, बेरोजगारी है, कुपोषण है, शिक्षा और स्वास्थ्य भी ठीक से बहाल नहीं हो पाया है. इसलिए विधानसभा चुनावी मैदान में उतरे हैं.