Jamshedpur. टाटा स्टील के कर्मचारियों का एक जनवरी 2025 से लंबित होने वाले ग्रेड रिवीजन को लेकर अब वार्ता तेज हो जायेगी. गुरुवार को इसके लिए यूनियन की ओर से ग्रेड रिवीजन समझौते के लिए चार्टर्ड ऑफ डिमांड भेज दी गयी है. इस चार्टर्ड ऑफ डिमांड को यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह के हस्ताक्षर से भेजा गया है. यह पहली बार हुआ है कि जब टाटा वर्कर्स यूनियन ने पहले इसे लेकर कमेटी मेंबरों से रायशुमारी की. फिर 11 पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
अब मैनेजमेंट की ओर से चार्टर्ड ऑफ डिमांड भेजा जायेगा, जिसके बाद वार्ता शुरू होगी. गौरतलब है कि 31 दिसंबर 2024 तक ही वर्तमान वेज रिवीजन समझौता लागू है. इसके बाद एक जनवरी 2025 से नया वेतनमान लागू होना है, जिसके लिए वार्ता अब तेज होगी.
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि बेहतर वेज रिवीजन करें. इसके लिए सभी से राय ली गयी है. उसके अनुरूप चार्टर्ड ऑफ डिमांड भेजा गया है. टीम वर्क के साथ इसे लेकर बेहतर समझौता करेंगे.
चार्टर आफ डिमांड में ये मुद्दे शामिल
50 प्रतिशत एमजीबी दिया जाये. कैंटीन सुविधा पर सब्सिडी के बदले भत्ता दिया जाये. समझौते की अवधि पांच वर्ष किया जाये. इंसेंटिव बोनस की राशि में वृद्धि की जाये.यूनिफार्म वेज स्ट्रक्चर के कारण कर्मचारियों की पदोन्नति के लिए बनी नयी व्यवस्था इएसबीएस को समाप्त किया जाये. कर्मचारियों का वर्किंग डे पांच दिन किया जाये.10 साल नौकरी करने वाले कर्मचारियों को विदेश की सैर करायी जाये.100 प्रतिशत डीए को बेसिक में मर्जर कर नया बेसिक बनाया जाये. पीएफ में कंपनी की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत हो10. हाउस रेंट एलाउंस बेसिक-डीए का 40 प्रतिशत हो. एनएस का डीए प्रतिशत में किया जाये.