Nee Delhi. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान को अपनाए जाने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोकसभा में संविधान पर बहस की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि हम भारतीय लोगों ने 26 अक्टूबर, 1949 को संविधान को अपनाया. अब राजशाही या अंग्रेजों का शासन नहीं रहा, बल्कि लोकतंत्र का शासन है. मंत्री ने कहा कि जिस तरह संविधान राज्यों की जिम्मेदारियां तय करता है, उसी तरह यह नागरिकों को उनके मौलिक अधिकार भी प्रदान करता है. संविधान किसी पार्टी की देन नहीं, यह राष्ट्र बनाने का रोडमैप है.
राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनपर हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता संविधान की प्रति जेब में रखकर घूमते हैं. उन्होंने संविधान को जेब में रखकर घूमना ही सीखा है. बीजेपी ने संविधान को माथे से लगाया है. हमने कभी भी किसी भी संस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया है.
चर्चा के दौरान लोकसभा में बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ”संविधान निर्माण के काम को हमेशा एक विशेष पार्टी द्वारा हाईजैक करने का प्रयास किया गया है. आज मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं, कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है. भारत का संविधान भारत के लोगों द्वारा, भारत के मूल्यों के अनुरूप बनाया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना के साथ काम कर रही है. हमारी सरकार भारत के संविधान में लिखे धर्म के अनुरूप काम कर रही है. हमारा संविधान प्रगतिशील है, समावेशी है, परिवर्तनकारी है. यह हमारा देश है जहां एक गरीब परिवार में पैदा हुआ व्यक्ति भी देश का प्रधानमंत्री बन सकता है और वह देश का राष्ट्रपति भी बन सकता है.”