New Delhi. कांग्रेस ने इस्पात संयंत्रों के निजीकरण की कोशिश को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि देश के औद्योगिक आधार का ‘दम घुट’ रहा है तथा केंद्रीय इस्पात मंत्री एच डी कुमारस्वामी इसका हिस्सा हैं. कांग्रेस महासचिव (प्रभारी-संचार) जयराम रमेश ने राज्यसभा में कुमारस्वामी द्वारा दिये गये जवाब का हवाला दिया. रमेश ने ‘एक्स’ पर कहा कि कल राज्यसभा में इस्पात मंत्री ने खुलासा किया कि मोदी सरकार ने चार इस्पात संयंत्रों का निजीकरण की कोशिश की और विफल रही तथा अब वह दो अन्य के निजीकरण की कोशिश कर रही है. उन्होंने दलील दी कि इन छह निजीकरण में एक भी आवश्यक नहीं है. रमेश ने कहा कि हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र के ये उपक्रम अभी निष्क्रिय अवस्था में हैं और अनिश्चित समय तक निष्क्रिय रहेंगे.
कांग्रेस ने कहा कि सरकार इनमें निवेश नहीं करेगी – वाकई, इस बात के प्रमाण हैं कि सरकार वास्तव में इन इकाइयों को घाटे में धकेलने और निजीकरण के मामले को मजबूत करने के लिए व्यवस्थित रूप से इनका गला घोंटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को वेतन पाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा और आपूर्तिकर्ता समय के साथ बदल जाएंगे. रमेश ने कहा कि हमारे देश के औद्योगिक आधार का दम घुट रहा है और केंद्रीय इस्पात मंत्री भी इसका हिस्सा है.