New Delhi. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक (सीयूईटी-यूजी) के परिणामों की रविवार को घोषणा की, जिससे स्नातक दाखिला प्रक्रिया शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हो गया. दाखिला प्रक्रिया में इस वर्ष विलंब हो गया है. इस वर्ष सीयूईटी-यूजी में पूर्ण अंक प्राप्त करने वालों की सबसे अधिक संख्या बिजनेस स्टडीज विषय (8,024) में थी। राजनीति विज्ञान में पूर्ण अंक पाने वाले 5,141 अभ्यर्थी हैं, जबकि इनकी संख्या इतिहास में 2,520, अंग्रेजी में 1,683 और मनोविज्ञान में 1,602 है.
‘जनरल टेस्ट’ में सर्वाधिक विद्यार्थी (7.09 लाख) शामिल हुए और केवल एक उम्मीदवार को पूर्ण अंक मिले हैं. प्रत्येक विषय में कम से कम एक पूर्ण अंक प्राप्तकर्ता है. एनटीए ने सात जुलाई को सीयूईटी-यूजी 2024 की उत्तर कुंजी जारी कर दी थी, जिससे नतीजों की घोषणा का रास्ता साफ हो गया. लगभग एक हजार अभ्यर्थियों की शिकायत सही पाये जाने पर उनकी दोबारा परीक्षा 19 जुलाई को आयोजित की गई थी.
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातक) (नीट-यूजी) और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) सहित प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर विवाद के बीच सीयूईटी-यूजी के नतीजों में देरी हुई. शुरुआत में सीयूईटी-यूजी परिणाम 30 जून को घोषित किए जाने थे लेकिन एनटीए ने इसमें देरी कर दी क्योंकि वह नीट-यूजी, यूजीसी-नेट और सीएसआईआर-यूजीसी-नेट परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक के आरोपों से जूझ रही थी.
देशभर में पहली बार ‘हाइब्रिड मोड’ में आयोजित सीयूईटी-यूजी परीक्षा को तय तारीख से एक रात पहले दिल्ली में संसाधन संबंधी कारणों का हवाला देते हुए रद्द कर दिया गया था. राष्ट्रीय राजधानी में बाद में परीक्षा आयोजित की गई थी. एनटीए ने पूर्व में घोषणा की थी कि सीयूईटी-यूजी का तीसरा संस्करण सात दिन में पूरा हो जाएगा और अंकों का कोई सामान्यीकरण नहीं होगा, क्योंकि सभी परीक्षाएं एक ही पाली में आयोजित की जाएंगी. पंद्रह विषयों के लिए परीक्षाएं पारंपरिक माध्यम में हुई थीं और अन्य 48 विषयों के लिए, परीक्षा कंप्यूटर-आधारित मोड में आयोजित की गई थीं.