New Delhi.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मंगलवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद नामित मुख्यमंत्री आतिशी ने नई सरकार बनाने का अपना दावा पेश किया. इस घटनाक्रम को दिल्ली में लगभग पांच महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बढ़त हासिल करने की एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है. केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उन्होंने तब कहा था कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे, जब जनता उन्हें ‘‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’’ देगी.
आबकारी नीति ‘घोटाले’ में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे और पिछले सप्ताह जेल से रिहा हुए आप सुप्रीमो ने मंगलवार शाम को उपराज्यपाल सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया. आतिशी (43) दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी. उनसे पहले भाजपा नेता सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित इस पद पर रह चुकी हैं.
पार्टी विधायकों की सर्वसम्मति से दिल्ली की मुख्यमंत्री नामित किए जाने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में आतिशी ने कहा कि यह मिलीजुली भावनाओं वाला क्षण है, क्योंकि एक तरफ खुशी है लेकिन दूसरी तरफ लोकप्रिय मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफा देने का अत्यंत दुख भी है.
केजरीवाल ने पार्टी विधायकों की एक बैठक में अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया.
आतिशी ने विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अगले कुछ महीने तक एक ही लक्ष्य के साथ काम करूंगी कि केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री पद पर बैठाया जाए. मैं अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री के रूप में काम करूंगी. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 23 फरवरी को समाप्त होने वाला है और उसके मद्देनजर फरवरी की शुरुआत में चुनाव होने की उम्मीद है. हालांकि, केजरीवाल ने मांग की है कि महाराष्ट्र के साथ दिल्ली में भी नवंबर में चुनाव कराये जाएं.
केजरीवाल के बाद अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अटकलें तेज थीं. हालांकि, मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आतिशी का नाम सबसे आगे था और उन्हें केजरीवाल तथा पार्टी में दूसरे प्रमुख नेता मनीष सिसोदिया का बेहद करीबी माना जाता है. इस बहस पर विराम लगाते हुए केजरीवाल ने आप विधायक दल की बैठक में कालकाजी से विधायक आतिशी का नाम प्रस्तावित किया, जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया.
एक अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल अब केजरीवाल का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को स्वीकृति के लिए भेजेंगे. उन्होंने बताया कि वह नई सरकार बनाने के लिए आतिशी के पत्र को भी राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजेंगे.
अधिकारी ने बताया कि इस्तीफा स्वीकार होने के बाद उपराज्यपाल आतिशी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे और शपथ ग्रहण समारोह की तारीख बताएंगे. उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में कुछ दिन लग सकते हैं. नई मुख्यमंत्री दिल्ली विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगी, जिसके लिए सत्तारूढ़ आप सरकार ने 26-27 सितंबर को सत्र बुलाया है.
वित्त, शिक्षा और राजस्व सहित 14 विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही आतिशी उन लोगों में से थीं, जिन्होंने केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान कमान संभाली थी. उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा, ‘हमने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. मैं दिल्ली के लोगों के हितों की रक्षा करूंगी. मुख्यमंत्री नामित की गईं आतिशी ने दावा किया कि केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाए गए हैं और केंद्र सरकार की जांच एजेंसियां उन्हें निशाना बना रही हैं.