सुशील कुमार सिंह कि प्राथमिक सदस्यता रद्द करने और अनुशासनहीनता के कारण संगठन से निष्काषित करने का आरोप
जमशेदपुर. अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के पूर्व सदस्य सुशील कुमार सिंह संगठन से अपने निष्कासन के एक वर्ष बीत जाने के बावजूद विभिन्न सामाजिक एवं सैन्य कार्यक्रमों मे अपने आप को अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद का सदस्य बता कर लगातार समाज एवं सैन्य परिवार को भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं. यह आरोप बयान जारी अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, झारखंड के प्रदेश महासचिव सिद्धनाथ सिंह ने लगाया है.
उन्होंने जारी बयान में बताया है कि पूर्व मे सेना के अफसरों एवं जवानों के बीच फुट डालने वाले उनके प्रयासों , कार्यकलापों एवं उनके सार्वजनिक वक्तव्यों के लिए अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के केन्द्रीय नेतृत्व एवं प्रदेश नेतृत्व ने वर्ष 2023 मे उन्हे कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था. इस बेहद ही संवेदनशील मुद्दे पर उनकी तरफ से कोई भी जवाब प्रदेश नेतृत्व को प्राप्त नहीं हुआ . अंततः संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व कि अनुसंशा पर प्रदेश अध्यक्ष कर्नल अखौरी रंजन सिन्हा द्वारा दिनांक 22 मई 2023 से सुशील कुमार सिंह कि प्राथमिक सदस्यता रद्द करते हुए संगठन से निष्काषित कर दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी किया गया निष्कासन संबंधी पत्र इस विज्ञप्ति के साथ संलग्न है.
इस निष्कासन के बावजूद सुशील कुमार सिंह लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों मे संगठन के नाम , निशान , लिबास एवं संगठन कि टोपी पहन कर स्वयं को अखिल भारतीय पूर्वसैनिक सेवा परिषद का सदस्य बताते हुए समस्त समाज एवं सैनिक परिवार को भ्रमित कर रहे हैं. जारी बयान के माध्यम से अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, झारखंड प्रदेश , समाज के सभी वर्गों , प्रशासनिक पदाधिकारियों, सैन्य यूनिट के कमान अधिकारी एवं अन्य संबंधित विभाग, राजनीतिक दल के पदाधिकारियों , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारीगण , विभन्न सैन्य संगठनों से अनुरोध किया गया है कि परिषद से सुशील कुमार सिंह कि प्राथमिक सदस्यता दिनांक 22 मई 2023 से रद्द कर दी गई है एवं अनुशासनहीनता कि वजह से उन्हे संगठन से निष्काषित कर दिया गया. इस व्यक्ति का अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई संबंध नहीं है. भविष्य मे सुशील कुमार सिंह द्वारा अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद का नाम लेकर किए गए किसी भी कार्यकलाप या दुराग्रह से संगठन का कोई संबंध नहीं है एवं संगठन किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं है .