दुमका . दुमका जिले में सोमवार को भीड़ ने सार्वजनिक विरतण प्रणाली के तहत राशन वितरक एक महिला को चप्पलों की माला पहनाकर गांव में घुमाया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
रियायती दर वाले राशन के लाभार्थियों ने आरोप लगाया कि उसने पिछले चार महीनों से खाद्यान्न का वितरण नहीं किया है.यह घटना गोपीकांदर थाना क्षेत्र के मधुबन गांव की है.
उग्र कार्डधारियों ने डीलर को पहले चप्पल का माला पहनाया. मधुबन गांव से दुर्गापुर तक पैदल लेकर गये. उग्र ग्रामीणों की भीड़ ने किसी की नहीं सुनी.
लोगों ने बताया कि जब भी राशन लेने गये सिर्फ टाल-मटोल ही करती रही. ग्रामीण राजकुमार हांसदा, विकास राय, राजदीप मुर्मू, बीटी टुडू, राज हेंब्रम और प्यारी देवी ने बताया कि लाभुकों से अंगूठा लेकर पर्ची निकाल ली जाती है. किसी लाभुक के पास पांच तो किसी के पास चार पर्ची पड़ी है. लाभुकों को सिर्फ पर्ची ही दिया जाता है. इसके अलावा चावल नहीं मिला.
सोमवार को भी लाभुकों का अंगूठा लेकर पर्ची निकाल रही थी, उनसे पिछले माह का राशन की मांग की गयी. इसी में सुमरी महारानी भड़क गयीं और कार्डधारियों के साथ गाली-गलौज करने लगी. इसके बाद कार्डधारी आक्रोशित हो गये.
सुमरी महारानी को लेकर यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व भी कार्डधारी कम अनाज वितरण करने और अनाज नहीं देने का आरोप लगा चुके हैं. हर बार बीडीओ के आश्वासन के बाद सुमरी बच निकल जाती थी.
विरोध-प्रदर्शन, रोड किया जाम
गोपीकांदर थाना प्रभारी रंजीत मंडल ने बताया कि लोगों ने विरोध-प्रदर्शन कर गोविंदपुर-साहेबगंज राज्य राजमार्ग को आधे घंटे से अधिक समय तक जाम रखा. स्थानीय प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) गौतम मोदी ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता चला कि वितरक ने मई में केवल 60 प्रतिशत और जून में सात प्रतिशत खाद्यान्न वितरित किया था.
बीडीओ ने राशन वितरण का दिया निर्देश
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी विशाल कुमार ने बताया कि उन्होंने बीडीओ को 25 जून को राशन वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।