झारखंड में ईडी की सक्रियता एवं कार्रवाई की संभावनाओ की चर्चा सरायकेला- खरसावां जिले के चौक-चौराहे पर तेजी से पूरे जिले में हो रही है । ऐसा समाचार आने से कि आईएएस अधिकारी छवि रंजन द्वारा उपायुक्त रांची रहते,प्रत्येक अंचल कार्यालयों से लाखों रुपए महीना दलालों के माध्यम से वसूल किए जाते थे । तो क्या सरायकेला-खरसावां जिले में उपायुक्त रहते छवि रंजन द्वारा किए गए कार्यों को भी ईडी द्वारा जांच किया जा सकता है! जिसको लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही है। खैर जो भी हो इस तरह की संभावनाओं और अटकलों का कयास लगाए, चौक चौराहे पर चर्चाए तेजी से हो रही है।
चर्चाओं के अनुसार 8 से 10 बाहरी व्यक्ति (गैर सरकारी ) प्रतिदिन सरकारी कर्मचारियों की तरह आकर अपनी ड्यूटी बजाते हैं । चर्चाओं के अनुसार अगर सीसीटीवी फुटेज देखा जाए तो प्रतिदिन सुबह 10:00 से शाम 5:00 के बीच लगभग 8 से 10 व्यक्ति प्रतिदिन निश्चित समय के तरह आते जाते देखे जाएंगे lचर्चाओं के अनुसार इन व्यक्तियों द्वारा दलाली जैसा कार्य किया जाता है जो जांच का विषय है l
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि यहां भी किसी दिन ईडी अथवा अन्य जांच एजेंसी की धमक की गूंज सुनाई दे सकता है। झारखंड में ईडी का लगतार जांच और कार्रवाई दायरा बढ़ता ही जा रहा है। झारखंड की माथे पर ईडी की वक्र दृष्टि पड चुकी है ,जो ईडी की करवाई से झारखंड में जहां आए दिन राजनीतिक उथल- पिछले कई महीनों से चल रही है।ईडी की करवाई से कई नेता अफसर और कारोबारी डरे सहमे हुए हैं।
लगातार ईडी की करवाई की संभावना से राजनीतिक कोहराम झारखंड की देहरी पर मचाने वाली है। सीएम हेमंत सोरेन की चौखट तक ईडी कि जांच और आंच पहुंच चुकी है। झारखंड की राजनीतिक पारा भी चढ़ने लगा है। ईडी बड़े नेताओं अफसरों और कारोबारियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नेता,अफसरों के साथ-साथ शराब और रियल एस्टेट से जुड़े जमीन कारोबारियों की जानकारी हासिल कर उनके ऊपर निगाहें रखे जा रहे हैं। पूजा सिंघल से शुरुआत ईडी की करवाई अब कितने को सलाखों के पीछे भेजेगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
ए के मिश्र