

एकता विकास मंच की 27 फरवरी को गम्हरिया में होने वाली जुलूस को लेकर एकता विकास मंच की आदित्यपुर स्थित निर्मल नगर माझी टोला में बैठक हुई lजिसमें जुलूस को लेकर जिम्मेदारी दी गई और सभी से अपील की गई है कि
सभी साथियो,छात्र-छात्राओं ,मॉ-बहनों एवं सभी संगठन-संस्था के कार्यकर्ता भाई एवं प्रबुद्ध जन, अब अपने अस्तित्व एवं अधिकार के लिए एकजुट होकर आनदोलन करने का वक्त आ गया हैl ज्ञात हो कि एकता विकास मंच राज्य गठन के पूर्व से झारखंड में रह रहे सभी लोगों को भाषा, 15 नवंबर 2000 से स्थानीयता, नियोजन,के अधिकार को लेकर एकता विकास मंच आनदोलनरत हैl मंच का मानना है कि जिन लोगों की जनसंख्या दिखाकर, जिनकी बदौलत झारखंड अलग हुआl जिनके जन्म यहाँ, शिक्षा यहाँ, राशन कार्ड यहा, वोटर कार्ड यहां, विकास के लिए पौसा यहाँ ,तो भाषा स्थानीयता नियोजन का अधिकार क्यों नहीं!? एकता विकास मंच का आह्वान है कि सभी राजनैतिक पार्टीयों के प्रबुद एवं जनप्रिय नेता अपने अपने पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाये और अपने अधिकार के लिए जनहीत में अपने पार्टी और पद से इस्तीफा दे और एकजुट होकर आनदोलन करने एवं अंतिम लक्ष्य की प्राप्ती तक संघर्ष करने का आह्वान किया गया है । एकता विकास मंच की मांग है कि
जिन लोगों की बदौलत ,जिनकी जनसंख्या दिखाकर ,झारखंड अलग हुआ, चाहे वे किसी भी भाषा, धर्म ,जाति ,प्रांत या समुदाय के निवासी हो , उन्हें भाषा 15 नवंबर 2000 से स्थानीयता और नियोजन का अधिकार है और लेकर रहेंगे ।
इसके लिए एकता विकास मंच द्वारा 27 फरवरी 2022,रविवार को गम्हरिया दुर्गा पूजा मैदान में एकत्रित होकर दोपहर 03 बजे अपने मान-सम्मान, अस्तित्व-अधिकार की रक्षा हेतु आखरी सांस तक आंदोलन करने एवं अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सभी राजनीतिक सामाजिक बुद्धिजीवी प्रबुद्ध जनों एवं विभिन्न संगठन संस्था के लोगों का अधिक से अधिक संख्या में जुटने का आह्वान किया गया हैl
बैठक में मुख्य रूप से पीके सिंह, मुन्ना प्रसाद चंद्रवंशी, टी एन मिश्र ,भूषण पांडे ,अखिलेश ठाकुर, साहिल कुमार ,सरोज कुमार, अंजुला देवी, रूमी देवी, काजल देवी ,भारती देवी, संगीता देवी, विभा देवी ,अनु कुमारी, मोनी देवी, मुन्नी देवी ,रंजू देवी, लक्ष्मी देवी, सरोजा देवी, सरस्वती देवी आदि उपस्थित रहे l

