घाटशिला. घाटशिला अनुमंडल अस्पताल से करीब 30 किलोमीटर दूर आसना पंचायत के ढाकपाथर गांव में दूषित पानी पीने से दो दर्जन से अधिक लोग डायरिया की चपेट में हैं. बीते 10 दिनों से गांव के मरीज अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं. ढाकपाथर गांव के जोजोबेड़ा टोला निवासी प्रफुल्ल पातर, बुलू पातर (60), पिंकी पातर (25), वर्षा पातर (8) मेघा पातर (22) ने एमजीएम में इलाज कराया. वहीं, अनुमंडल अस्पताल में गुरुवार को सुभाष पातर के पुत्र महेंद्र पातर (15) व पुष्पा पातर (7) को भर्ती कराया गया. 108 एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया. सुभाष पातर ने बताया कि उलटी और दस्त हो रही थी. दवा खाने के बाद स्थिति कुछ ठीक है. बच्चों की तबीयत खराब है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दूसरी ओर विजय पातर की 65 वर्षीय बुआ तीन दिनों से अनुमंडल अस्पताल में भर्ती है.
ढाकपाथर गांव के जोजोगोड़ा टोला में पेयजल की स्थिति ठीक नहीं है. ग्रामीण मंगल माडी, श्याम सोरेन, सुंदर मुर्मू ,तपन पातर, पूजा मुर्मू ,सारो माडी ने बताया कि बीते छह माह से अधिक समय से चापाकल खराब हैं. एक साल से अधिक समय से जलमीनार खराब है. जलमीनार से थोड़ा थोड़ा पानी निकलता है. दो चापाकल बेकार पड़े हैं. पंचायत प्रतिनिधि से लेकर जनप्रतिनिधियों को जानकारी है. सार्थक पहल नहीं हो रही. ग्रामीण कुआं और चुआं पर निर्भर हैं.
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