Hazaribag. हजारीबाग सदर के अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) अशोक कुमार की पत्नी अनीता देवी द्वारा कथित तौर पर खुद को आग के हवाले करने के बाद हुई मौत के मामले में कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि अनीता देवी ने बृहस्पतिवार को हजारीबाग के लोहसिंघना स्थित अपने सरकारी आवास पर कथित तौर पर खुद को आग लगा ली थी.
उन्हें बोकारो जनरल अस्पताल की ‘बर्न यूनिट’ में ले जाया गया जहां से उन्हें रांची के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया लेकिन शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अनीता देवी के भाई राजकुमार गुप्ता के बयान के आधार पर एसडीओ, उनके पिता दुर्योधन साहू, छोटे भाई शिवनंदन और उनकी भाभी रिंकू देवी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
अपने बयान में गुप्ता ने दावा किया कि जब से कुमार को पदोन्नति मिली, उनका पत्नी के साथ व्यवहार काफी बदल गया था. उन्होंने दावा किया कि कुमार और उनकी पत्नी के बीच मतभेद तब और बढ़ गए जब उनकी पत्नी को पता चला कि उनका विवाहेतर संबंध है. एसपी ने बताया कि उपमंडल पुलिस अधिकारी (मुख्यालय) अमित कुमार आनंद को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में नामजद लोगों के खिलाफ कार्रवाई उनके बयान दर्ज होने के बाद ही की जाएगी. इस बीच एसडीओ ने दावा किया कि पत्नी की मौत में उनका कोई हाथ नहीं है. कुमार ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी ने खुद को आग लगा ली है तो उन्होंने उसे बचाने की कोशिश की और खुद भी झुलस गए.
कुमार ने बताया कि उन्हें भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुमार की शादी 2011 में अनीता देवी से हुई थी और उनका नौ साल का बेटा और चार साल की बेटी है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि निष्पक्ष जांच की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘ कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और अगर एसडीओ अशोक कुमार के खिलाफ आरोप सही साबित हुए तो उन्हें सजा मिलेगी.
इस बीच, महिला के परिजनों ने एसडीओ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए शव के साथ थाने का घेराव किया. पुलिस ने बताया कि एसडीओ के सरकारी आवास के कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए गए हैं.