Ranchi.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने मंत्रियों के साथ कैबिनेट की पहली बैठक करते हुए उनको विभागीय कार्य संपादन के लिए कई बिंदुओं पर सलाह दी. मंत्रियों को आप्त सचिव व निजी कर्मचारी रखते समय उनकी पृष्ठभूमि जरूर देखने का सुझाव दिया. कहा कि विवादित कर्मियों को मंत्री कार्यालय में स्थान नहीं दिया जाना चाहिए. श्री सोरेन ने राजस्व प्राप्ति की बेहतर संभावनाओं वाले विभागों के राजस्व स्रोत की समीक्षा करते हुए वृद्धि का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्रों से बाहर निकल कर जिलों का भ्रमण करें. लोगों से मिल कर वहां की समस्याओं के निबटारे का प्रयास करें. भ्रमण के दौरान क्षेत्रीय पदाधिकारियों के बारे में जानकारी लेकर सरकार को अवगत करायें. स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलने के लिए तिथि निर्धारित करें. साथ ही समय-समय पर मीडिया के माध्यम से विभाग की उपलब्धियों के बारे में जनता को जानकारी दें.
श्री सोरेन ने मंत्रियों से कहा कि विभागीय प्रस्तावों पर स्वयं संतुष्ट होकर कैबिनेट की स्वीकृति के लिए भेजें. वित्त, विधि व कार्मिक विभाग से संपर्क कर प्रस्ताव समय पर मंत्रिपरिषद के समक्ष प्रस्तुत करायें. मंत्री अपने विभागों के जिला व क्षेत्रीय कार्यालयों में जाकर विभागीय कार्यकलाप की समीक्षा करें. योजनाओं के लाभुकों से मुलाकात कर फीडबैक लें. योजनाओं को समझ कर उसके गुण-दोष का अध्ययन करें. लंबित योजनाओं के कारणों का पता कर उनको पूरा करने की कार्यवाही शुरू करें. वर्तमान पृष्ठभूमि में योजना को बदलने की जरूरत महसूस होने या क्रियांवयन में कठिनाई से संबंधित प्रावधान होने पर उसका निराकरण करायें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025-26 में ली जानेवाली योजनाओं की रूप-रेखा तैयार करें. मंत्री अपने अधिनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रोन्नति की स्थिति की समीक्षा कर प्रोन्नति प्रदान करें. कर्मियों के पदस्थापना की समीक्षा कर आवश्यकता के आधार पर इस्तेमाल करें. मंत्री कोर्ट में चल रहे मामले की भी समीक्षा करें, जिससे मुकदमों में राज्य सरकार को पराजय का सामना नहीं करना पड़े.
श्री सोरेन ने मंत्रियों को कहा कि विभागीय योजनाओं में दूर-दराज, एसटी, एससी या पहाड़ी क्षेत्रों के छूटा हुआ पाये जाने पर वहां के लिए योजना का प्रस्ताव तैयार करें. मंत्री भवन जैसी आधारभूत संरचना वाली योजनाओं की विशेष समीक्षा करें. बने हुए भवनों का वास्तविक इस्तेमाल सुनिश्चित करें. अनावश्यक भवन निर्माण की नयी योजनाएं नहीं बनायें.
दो माह में झारखंड के विकास का रोडमैप तैयार होगा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि दो माह में झारखंड के विकास का रोडमैप तैयार होगा. मुख्यमंत्री शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक के बाद प्रोजेक्ट भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान श्री सोरेन ने कहा : कैबिनेट की बैठक में हमने 15-16 बिंदु बनाये हैं. उसी के अनुरूप हम राज्य को बेहतर दिशा देने के लिए रूप-रेखा तैयार करेंगे. सभी मंत्रीगण अपने-अपने विभागों की समीक्षा करना शुरू करेंगे. समीक्षा मुख्यालय से लेकर जिला कार्यालय तक चलेगी. पदाधिकारियों की कार्य कुशलता और कार्य दक्षता की भी मंत्री समीक्षा करेंगे. तय बिंदुओं के अनुसार सभी विभाग नयी ऊर्जा के साथ काम करेंगे.