Ranchi. झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज पांचवा दिन है. सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही भाजपा विधायक वेल में बैठे गये और नारेबाजी करने लगे. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 18 विधायकों को अशोभनीय आचरण करने के लिए दो अगस्त दोपहर दो बजे तक विधानसभा से निलंबित कर दिया गया. इन विधायकों को मार्शलों की मदद से सदन से बाहर निकाला गया क्योंकि निलंबन के बाद इन विधायकों ने सदन से बाहर जाने से इंकार कर दिया था. ये विधायक एक दिन पहले विपक्षी विधायकों को मार्शलों की मदद से सदन से बाहर निकाले जाने का विरोध कर रहे थे.
एक दिन पहले विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के विधायकों को सदन से मार्शलों की मदद से बाहर निकाला गया था. इन विधायकों ने यह कहते हुए आसन के सामने से हटने से इनकार कर दिया था कि वे रोजगार सहित प्रमुख मुद्दों से जुड़े उनके सवालों का जवाब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से नहीं दिए जाने के विरोध में वहीं रात बिताएंगे. अपने विधायकों के सदन से सस्पेंड होने के बाद नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी ने कहा कि हम जनता के मुद्दे पर मुखर हैं. ये सरकार की बौखलाहट दिखाती है कि ये अब पूरी तरह से फेल हो चुकी है, इनके पास जवाब नहीं है. इसलिए जनता की आवाज को दबाने के लिए इन्होंने हमें सस्पेंड किया है.
इन विधायकों को किया निलंबित
स्पीकर ने अनंत कुमार ओझा, रणधीर कुमार सिंह, नारायण दास, नीरा यादव, किशुन दास, केदार हजरा, बिरंची नारायण, अपर्णा सेन गुप्ता, राज सिन्हा, कोचे मुंडा, भानु प्रताप शाही, समरी लाल, सीपी सिंह, डॉक्टर शशि भूषण मेहता, आलोक चौरसिया, पुष्पा देवी और नवीन जायसवाल को 2 अगस्त दोपहर दो बजे तक के लिए निलंबित कर दिया.