Ranchi. राज्य में अगले वित्तीय वर्ष से उत्पाद नीति में बदलाव हो सकता है. इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है. उत्पाद नीति में बदलाव को लेकर कर्नाटक मॉडल का अध्ययन किया जायेगा. इसके लिए विभागीय स्तर पर पांच पदाधिकारियों की टीम गठित की गयी है. 16 जनवरी को टीम कर्नाटक जायेगी. वहां शराब की बिक्री से लेकर बार संचालन के प्रावधानों की जानकारी लेगी. कमेटी अपनी रिपोर्ट विभाग के मंत्री को सौंपेगी. उत्पाद नीति में बदलाव का मुख्य उद्देश्य राजस्व में बढ़ोतरी करना है. कर्नाटक में वित्तीय वर्ष 2021-22 में शराब से 27 हजार करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी.
वर्ष 2022-23 में राजस्व बढ़ कर 29600 करोड़ हो गया था. वित्तीय वर्ष 2024-25 में कर्नाटक में उत्पाद विभाग का राजस्व 36 हजार करोड़ रुपये निर्धारित है. जबकि झारखंड में वर्ष 2020-21 में शराब से कुल 1821 करोड़ का राजस्व मिला था. जबकि, वर्तमान वित्तीय वर्ष में उत्पाद विभाग के राजस्व का लक्ष्य 2700 करोड़ रुपये है.