कानून को अपनी डर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं अपराधी ? राजनीतिक दबाव के कारण प्रशासन हो रहा है लाचार और अपराधी हो रहे हैं बेलगाम !
झारखंड राज्य की गिरती विधि व्यवस्था और बढ़ते अपराधियों के हौसले का नमूना धनबाद में देखा गया l इस घटना ने राज्य में कानून व्यवस्था सहित राजनीतिक एवं प्रशासनिक गलियारों में भूचाल ला दिया है। आए दिन, दिनदहाड़े कहीं न कहीं हत्या, लूट, बलात्कार, चोरी ,डकैती ,छिंतई की घटनाएं घटित हो रही है। हद तो तब हो गई जब दिनदहाड़े सुबह-सुबह धनबाद के उत्तम आनंद नामक न्यायाधीश की हत्या टैंपू से कुचल,कर दी गई। लाचार एवं बेबस लोगों की उम्मीद की अंतिम रोशनी न्यायपालिका होती है। उस न्यायपालिका के रखवाले और जज की दिनदहाड़े हत्या ने राज्य ही नहीं पूरे देश ने सनसनी फैला दी है और देश की सर्वोच्च न्यायपालिका भी झारखंड के कानून व्यवस्था के लिए चिंतित दिखाई देने लगी है। धनबाद के जज उत्तम आनंद को सुबह-सुबह दिनदहाड़े, दिन के उजाले में टेंपू से कुचल दिया गया। घायल उत्तम आनंद की अस्पताल के चौखट पर पहुंचते ही मौत हो गई।
इस जघन्य घटना से आम जनों में काफी रोष है। चारों तरफ एक ही सवाल उठ रही है कि क्या अब अपराधी कानून को अपनी डर दिखाकर न्यायपालिका पर अपनी दबदबा बनाएंगे ? राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण अपराधी बेलगाम होते जा रहे हैं ? प्रशासन, राजनीतिक दबाव के कारण लाचार होता जा रहा है , जिसके कारण ही झारखंड में दिनदहाड़े जज, वकील ,अधिकारी, पत्रकार ,व्यवसाई वर्ग सहित आम लोगों की हत्याएं हो रही है ? जनमानस की बातों के अनुसार अगर प्रशासन यूं ही राजनीतिक दबाव में अपराधियों पर अंकुश लगाने में विफल रही तो आने वाला समय और भयावह होगा और अराजकता जैसी माहौल पैदा हो जाएगा। जज उत्तम आनंद की हत्या की मामले में न्यायपालिका भी अब सख्त रूप में दिखाई दे रही है।
ए के मिश्रा