Kannauj. उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर शनिवार को अमृत भारत योजना के तहत निर्माणाधीन दो मंजिला एक इमारत का लिंटर ढहने से मलबे में 20 से अधिक मजदूर दब गए. पुलिस ने यह जानकारी दी.
पुलिस के मुताबिक मलबे में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है. इस घटना के बाद तत्काल बचाव अभियान शुरू क किया गया और छह घायल मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया और उन्हें अस्पताल भेजा गया है. इस घटना में अब तक कुल 23 लोग घायल हुए हैं. घटनास्थल से प्राप्त प्रारंभिक दृश्यों में अफरा-तफरी और भ्रम का माहौल दिखाई दे रहा था, जहां लोगों की भीड़, धूल और टूटी हुई बीम के बीच फंसे हुए लोगों को बचाने का प्रयास कर रही थी.
बचाव प्रयासों की निगरानी के लिए मौके पर पहुंचे समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने संवाददाताओं से कहा, “इस हादसे में अब तक 23 लोग घायल हुए हैं. इनमें से 20 लोगों को मामूली चोटें आई हैं और तीन को गंभीर चोटें आई हैं. घटनास्थल पर बचाव अभियान अभी भी जारी है और इसमें कुछ और समय लगेगा.”
मंत्री ने कहा कि जो इमारत ढही है, वह कन्नौज रेलवे स्टेशन का नया टर्मिनल है, जिसका निर्माण अमृत योजना के तहत किया जा रहा है.
घायलों को नजदीकी जिला अस्पताल और कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा गया है. राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
इस घटना का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने और उनका उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) पंकज कुमार सिंह ने हादसे के बाद जारी एक बयान में कहा कि कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुई घटना की जांच हेतु तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है. जांच टीम में मुख्य अभियंता/योजना एवं डिजाइन, अपर मंडल रेल प्रबंधक/इज्जतनगर एवं मुख्य सुरक्षा आयुक्त/रेलवे सुरक्षा बल शामिल होंगे.
सीपीआरओ ने बताया कि इस घटना में घायल मजदूरों का समुचित इलाज चिकित्सालय में किया जा रहा है. घटना में मामूली रूप से घायलों को पचास हजार रुपये तथा गंभीर रूप से घायलों को दो लाख पचास हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी.