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मनीष अग्रवाल की बरामदगी नहीं होने की सुलगते सवाल, अनसुलझे जवाब से बौलखलाई सरायकेल-खरसावां समेत पूरे झारखंड की जनता , किया थाने का घेराव, कहा प्रशासन है लाचार !

मनीष अग्रवाल की बरामदगी नहीं होने की सुलगते सवाल, अनसुलझे जवाब से बौलखलाई सरायकेल-खरसावां समेत पूरे झारखंड की जनता , किया थाने का घेराव, कहा प्रशासन है लाचार !

*सीएम से मिलकर करेंगे एसपी और थानेदार को हटाने की मांगl

*परिजनों ने 48 घंटे का दिया अल्टीमेटम अन्यथा सामूहिक आत्मदाह की दी चेतावनीl

पिछले 9 दिन से कांड्रा के व्यवसाई देबू अग्रवाल के लापता पुत्र मनीष अग्रवाल का सुराग नहीं मिलने से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने शुक्रवार को कांड्रा थाने का घेराव कर अपनी नाराजगी जताई I प्रशासन के अनसुलझे जवाब से सब्र के बांध टूटने पर सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष ,बच्चे , बुजुर्ग सभी लोग स्थानीय थाना पहुंचे, जिसमें काफी संख्या में महिलाएं शामिल है I आक्रोशित परिजनों ने पुलिस- प्रशासन को 48 घंटे में मनीष को ढूंढ निकालने का अल्टीमेटम दिया  अन्यथा इसके बाद थाना परिसर में ही परिजनों ने सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी हैI ग्रामीण और परिजन मनीष का सुराग मिलने तक थाना परिसर में ही डटे रहने पर अड़े हैं I थाने में स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के दौरान थाना प्रभारी राजन कुमार ने पुलिस की तरफ से आक्रोशित लोगों को पुलिस द्वारा इस मामले में अब तक की गई कार्यवाही के बारे में बताया । उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया कि पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ लापता मनीष का सुराग ढूंढने में लगी हुई है I इससे पूर्व थाना परिसर पहुंचते ही मनीष की मां पिंकी देवी थाने की चौखट पर ही जमीन पर बैठ गई और सीढ़ियों पर रोते बिलखते अपना सिर पटकने लगी I साथ आई महिलाओं ने किसी तरह उन्हें ढांढस बंधाया I रोते बिलखते परिजनों को देखकर थाना परिसर में मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखें नम हो गई I सभी ने थाना प्रभारी से मनीष की सकुशल रिहाई के लिए हर संभव प्रयत्न करने का आग्रह किया I पिंकी देवी ने कहा कि इतने दिनों तक मनीष का कोई सुराग पुलिस अभी तक नहीं ढूंढ पाई है I ऐसे में उन्हें अब लगता है कि उनके पुत्र के साथ कोई अनहोनी हुई है और पुलिस अभी तक सिर्फ ढूंढ निकालने का आश्वासन ही दे रही है I ऐसे में परिजनों के सब्र का बांध टूट गयाl आरक्षी अधीक्षक से भी इस संबंध में बात की I वहां से भी उन्हें महज आश्वासन ही मिला I इधर मनीष के लापता होने के बाद से ही कांड्रा के व्यवसाई वर्ग में आक्रोश व्याप्त है I शुक्रवार को सभी व्यवसायियों ने अपने अपने प्रतिष्ठान ,होटल, रेस्टोरेंट से लेकर सभी छोटी-बड़ी दुकानें पूरी तरह बंद रखें I बाजार में सन्नाटा पसरा है और सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग कांड्रा थाने में मौजूद हैं I फिलहाल लोगों का एक बड़ा हुजूम थाना परिसर में जमा है और बिना मनीष की बरामदगी के लोग थाना से हटने को तैयार नहीं है I बता दें कि 23 सितंबर को मनीष अग्रवाल डेंटिस्ट के पास जाने की बात कह कर घर से निकला था, जो आज तक लौटकर घर वापस नहीं आया I प्रशासन ,जनता की आक्रोश और बौलखलाहट को देखकर सहमी हुई है, और मामले का उद्भेदन करने के लिए एड़ी चोटी एक कर गली- गलियारे ,रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड ,एयरपोर्ट संभावित सभी जगह सहित जंगलों की खाक छान रही है। विगत कुछ दिनों पहले भी आदित्यपुर के एक आटा व्यवसाई महेंद्र अग्रवाल को दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया था । जिसे काफी खोजबीन के बाद ढूंढ निकाला गया ।वही जनता एवं व्यापारी वर्ग अब सीधे सीएम से मिलकर जिले के पुलिस अधीक्षक सहित चार थानेदारों को हटाने की मन बनाए हुए हैं और मिलकर हटाने कि शीघ्र मांग करेंगे, जो इन दिनों चर्चाओं का विषय बना हुआ है । आदित्यपुर ,गम्हरिया , आर आईटी क्षेत्रों में आए दिन अपराधीक एवं चोरी की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। उपरोक्त मामले पर संवाददाता ने राज्य के एक वरीय पदाधिकारी से बात की तो उन्होंने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए देखने की बात कही । देखना अब यह है कि प्रशासन और जनता के बीच इस सुलगते सवाल के प्रशासन जवाब अनसुलझते रुप में कब तक देती रहेगी ।
एके मिश्र

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