Jamshedpur. कचरा फेंकने के लिए स्थान नहीं मिलने से तीसरे दिन भी मानगो क्षेत्र में कचरे का उठाव नहीं हुआ. अब कचरे से दुर्गंध आने से स्थानीय निवासियों के अलावा निगम के अधिकारी से लेकर कर्मचारी रेशान हैं. पूरे मानगो के चौक-चौराहों, सड़कों और बाजार परिसर में कूड़े का ढेर लग गया है. कूड़ा स्थल के आसपास में दुर्गंध व बदबू के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. वहीं कचरे को लेकर पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता और विधायक सरयू के समर्थक आमने- सामने आने से कचरे पर राजनीति गरमा गयी है. आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला आरंभ हो गया है. जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कहा है कि मानगो नगर निगम में कचरा निष्पादन की समस्या झारखंड सरकार और झारखंड सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री की लापरवाही की देन है.
सरकार ने मानगो को नगर निगम बना दिया, परंतु यहां के घरों से निकले वाला कचरा कहां डंप होगा, इसके बारे में कोई व्यवस्था नहीं दी. विगत 8 अप्रैल 2023 को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त झारखंड सरकार का प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मानगो नगर निगम ने एनजीटी के सामने शपथ पत्र दिया था कि यथाशीघ्र वे मानगो के कचरा डंपिंग स्थल का चयन कर लेंगे और सोनारी के कचरा डंपिंग स्थल पर कचरा गिराना बंद कर उसे सुंदर बनाएंगे. इसके लिए दो करोड़ रुपये के व्यय पर निविदा निकाली गई परंतु हुआ कुछ नहीं. झारखंड सरकार और झारखंड सरकार के पूर्ववर्ती स्वास्थ्य मंत्री एनजीटी के सामने शपथ पत्र दाखिल कर सोए रहे और मानगो नगर निगम की समस्या गंभीर होती गई.
यहां जारी एक बयान में श्री राय ने कहा कि वह विगत दो दिनों से मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त के साथ वार्ता कर मानगो का कचरा डंपिंग के लिए वैकल्पिक स्थल चयन करने का प्रयास कर रहा है. इसके बारे में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त से भी विस्तृत चर्चा हुई. उपायुक्त ने बताया कि पहले जेएनएसी क्षेत्र का कचरा डंपिंग भी सोनारी में ही होता था परंतु अब यह टाटा स्टील के बारा कचरा प्लांट में डंप हो रहा है. जिस समय यह निर्णय हुआ कि जेएनएसी का कचरा टाटा स्टील के बारा कचरा डंपिंग साइट पर जाएगा, उसी समय यह भी निर्णय हुआ था कि मानगो नगर निगम का कचरा आदित्यपुर में उस स्थान पर गिराया जाएगा जहां कचरा निष्पादन संयंत्र की स्थापना की जा रही है.
परंतु एक वर्ष से अधिक का वक्त बीत जाने के बाद भी इस निर्णय का क्रियान्वयन नहीं हुआ. श्री राय ने कहा कि उन्होंने उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम से कहा है कि वे सरायकेला के उपायुक्त से वार्ता करें ताकि आदित्यपुर के कचरा डंपिंग साइट पर मानगो नगर निगम का कचरा भी गिराया जाए. वह इससे सहमत हुए और कहा कि उन्होंने इसकी व्यवस्था करायेंगे. आश्चर्य है कि एक साल से अधिक का वक्त बीत जाने के बाद भी न तो झारखंड सरकार ने और ना ही मानगो क्षेत्र के तत्कालीन जनप्रतिनिधि ने इस दिशा में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? श्री राय इस बात को लेकर भी चकित थे कि मानगो को नगर निगम घोषित हुए कई साल बीत गये, परंतु मानगो का कचरा कहां निष्पादित होगा, इसकी सुध किसी ने नहीं ली.
श्री राय ने कहा कि आश्चर्य तो यह है कि अभी तक मानगो नगर निगम में एक भी कंपैक्टर नहीं स्थापित किया गया है, ताकि कचरा को दबा कर इसका आकार छोटा किया जा सके और 20-25 ट्रक कचरा को एक ट्रक के आकार का बना कर इसे आदित्यपुर या अन्यत्र ले जाया जाए. श्री राय ने मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त से कहा कि वे शीघ्र एक कंपैक्टर लगवाएं. सरयू राय ने कहा कि यह राज्य सरकार की जिम्मेवारी है कि मानगो को नगर निगम घोषित करने के बाद यहां का कचरा निष्पादन करने की व्यवस्था करे.