New Delhi. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को दावा किया कि संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में जनता दल (यूनाइटेड) और वाईएसआर कांग्रेस ने क्रमश: बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की, लेकिन ‘अजीब’ बात यह रही कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) इस मामले पर चुप रही. रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज सदन के नेताओं की सर्वदलीय बैठक में जद (यू) नेता ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की. वाईएसआरसीपी नेता ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग की। अजीब बात रही कि तेदेपा नेता इस मामले पर चुप रहे. रमेश का यह सोशल मीडिया पोस्ट तब आया था, जब बैठक जारी थी.
सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने विपक्ष के लिए लोकसभा उपाध्यक्ष पद मांगा, नीट का मुद्दा उठाया. कांग्रेस ने संसद सत्र से पहले सरकार द्वारा रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के लिए लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मांगा और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पात्रता – सह – प्रवेश परीक्षा (नीट) सहित अन्य परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक का मुद्दा उठाया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने जब दोनों सदनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर पार्टी से सहयोग मांगा, तो कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विपक्ष को भी संसद में मुद्दे उठाने की अनुमति दी जानी चाहिए. सूत्रों के मुताबिक , समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामगोपाल यादव ने कांवड़ मार्ग पर स्थित भोजनालयों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी उस विवादित निर्देश का मुद्दा उठाया , जिसके तहत उनसे मालिकों के नाम प्रदर्शित करने को कहा गया है.