Mumbai. भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है और इसके कैलेंडर वर्ष 2024 में 7.2 प्रतिशत और इसके 2025 में 6.6 प्रतिशत व 2026 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है. मूडीज रेटिंस ने यह बात कही है. मूडीज ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ठोस वृद्धि और नरम मुद्रास्फीति के साथ आगे बढ़ रही है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि मुद्रास्फीति के जोखिमों को देखते हुए संभव है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस साल तुलनात्मक रूप से सख्त मौद्रिक नीति को बरकरार रखे. ऐसे में निकट भविष्य में ब्याज दरों में कमी की गुंजाइश कम ही होगी. मूडीज ने कहा कि निकट अवधि में तेजी के बावजूद खुदरा मुद्रास्फीति आने वाले महीनों में रिजर्व बैंक के तय दायरे में होनी चाहिए, क्योंकि अधिक बुआई और पर्याप्त खाद्यान्न भंडार के कारण खाद्य कीमतों में कमी आयेगी.
खबर के मुताबिक, भारत के अलावा मूडीज ने यह भी कहा है कि अधिकांश जी-20 अर्थव्यवस्थाएं स्थिर वृद्धि का अनुभव करेंगी और नीतिगत सहजता और सहायक कमोडिटी कीमतों से लाभ उठाना जारी रखेंगी. हालांकि, अमेरिकी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय नीतियों में चुनाव के बाद के बदलाव संभावित रूप से वैश्विक आर्थिक विखंडन को तेज कर सकते हैं, जिससे चल रहे स्थिरीकरण को जटिल बना सकते हैं. रेटिंग एजेंसी ने अपने ‘वैश्विक वृहद परिदृश्य 2025-26’ में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था ने महामारी के दौरान आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद ऊर्जा और खाद्य संकट, उच्च मुद्रास्फीति और इसके चलते सख्त मौद्रिक नीति से उबरने में उल्लेखनीय जुझारू क्षमता दिखाई है.