Jamshedpur. सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद लापता हुए दो सीट वाले विमान का पता अभी तक नहीं चल सका है.विमान को अब नौसेना की टीम खोज रही है. वहीं लापता ट्रेनी पायलट का शव मिला है. गुरुवार सुबह से ही चांडिल डैम में नेवी की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. वहीं चांडिल डैम में ग्रामीणों को एक शव मिला, जिसकी पहचान ट्रेनी पायलट सुब्रोदीप दत्ता के रूप में हुई है. विशाखापट्टनम से नेवी की एक टीम को झारखंड भेजा गया है. नेवी की टीम विशेष विमान से देर रात रांची पहुंची.
21 अगस्त को सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम एयरक्राफ्ट और दोनों पायलट की खोजबीन करती रही. एनडीआरएफ के गोताखोर पानी के नीचे भी गए, लेकिन पानी के नीचे की विजिबिलिटी नहीं के बराबर है. क्योंकि बारिश की वजह से पानी मटमैला हो गया है. ऐसी स्थिति में सिर्फ टेक्नोलॉजी ही काम आ सकती है. उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने बुधवार को बताया कि सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने दो सीट वाले विमान का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना से मदद मांगी है.
इससे पहले दिन में रांची से आई राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह सदस्यीय टीम ने चांडिल डैम में कई घंटों तक तलाशी अभियान चलाया. हालांकि, उप-संभागीय पुलिस अधिकारी (चांडिल) सुनील कुमार राजवार ने बताया कि एक जोड़ी जूते के अलावा कुछ नहीं मिला. पुलिस अधीक्षक (सरायकेला-खरसावां) मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि ग्रामीणों ने दावा किया है कि मंगलवार को एक विमान जलाशय में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि सोनारी हवाई अड्डे के वायु यातायात नियंत्रक ने बताया कि विमान को अंतिम बार चांडिल अनुमंडल के नीमडीह के पास देखा गया था. अधिकारी के अनुसार, बताया जाता है कि यह विमान ‘सेसना 152’ था और यह उड़ान प्रशिक्षण संस्थान ‘अलकेमिस्ट एविएशन’ का था. विमान ने मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11.30 बजे जमशेदपुर के सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी. विमान में एक पायलट और एक प्रशिक्षु पायलट सवार था.