

Bijapur. छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में शुक्रवार को 33 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. इनमें से 24 नक्सलियों पर कुल 91 लाख रुपये का इनाम है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. दो दिनों पहले बुधवार को सुरक्षाबलों ने बीजापुर-नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में हुई मुठभेड़ में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू समेत 27 नक्सलियों को मार गिराया जिसके बाद नक्सलियों ने यह आत्मसमर्पण किया है.

बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि नौ महिलाओं सहित कुल 24 नक्सलियों ने अमानवीय माओवादी विचारधारा, स्थानीय आदिवासियों पर अत्याचार और प्रतिबंधित संगठन के भीतर बढ़ते मतभेदों से निराश होकर सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. यादव ने बताया कि ये नक्सली, राज्य सरकार की ‘नियद नेल्लानार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से भी प्रभावित हुए हैं. इस योजना का उद्देश्य सुरक्षा शिविरों के आसपास के गांवों में विकास कार्यों को सुविधाजनक बनाना है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के अंदरूनी इलाके में किए जा रहे विकास कार्य और गांवों तक बुनियादी सुविधाओं की पहुंच ने भी नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित किया है.
यादव ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली सुरक्षाबलों पर हमले, बारूदी सुरंग में विस्फोट और आगजनी की घटनाओं में संलिप्त थे. उन्होंने बताया कि जिन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है उनमें हनुमंत राव अंगनपल्ली उर्फ राकेश (42) माओवादियों के पीएलजीए बटालियन में कंपनी पार्टी का सदस्य था. वह 1997 से सक्रिय था और उसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सात अन्य नक्सलियों पर आठ-आठ लाख रुपये, दो पर पांच-पांच लाख रुपये, दो पर दो-दो लाख रुपये और सात कैडर पर एक-एक लाख रुपये तथा एक नक्सली पर 50 हजार रुपये का इनाम है. उन्होंने बताया कि जिले में इस वर्ष अब तक 227 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है तथा सुरक्षाबलों ने अलग-अलग घटनाओं में 119 नक्सलियों को मार गिराया है. वहीं इस दौरान 237 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं.
