

NEET UG . इस साल मई में आयोजित नीट यूजी की परीक्षा में शामिल हो चुके अथवा अगले वर्ष के लिए तैयारी कर रहे हैं जेनरल कैंडिडेट के दिमाग में यह जरूर चल रहा होगा कि आखिर MBBS के लिए सरकारी कॉलेज मिलने की क्राइटेरिया क्या होगी ? नेट यूजी में कितने अंक लाने पर MBBS के लिए जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट्स को सरकारी कॉलेज मिल सकता है? तो यह खबर आपके लिए है.

अगर आप इस साल मई में आयोजित हुई नीट यूजी की परीक्षा में शामिल हुए हैं या फिर अगले वर्ष के लिए तैयारी कर रहे हैं तो ये खबर आपको लिए ही है. मेडिकल क्षेत्र में अपने करियर को आगे ले जाने के इच्छुक लगभग हर कैंडिडेट्स की तमन्ना एक MBBS डॉक्टर बनने की होती है. इसके लिए स्टूडेंट्स जी-जान से मेहनत करते हैं, लेकिन चुनिंदा ही अपने इस सपने का साकार कर पाते हैं. वहीं, सबसे बड़ा सवाल उम्मीदवारों के मन में होता है कि MBBS के लिए सरकारी कॉलेज हासिल करने हेतु नीट यूजी परीक्षा में कितने अंक की आवश्यक्ता होती है. ऐसे ही नीट की तैयारी कर रहे लगभग जनरल कैटेगरी के हर उम्मीदवार के मन भी में यही प्रश्न होता ही है कि उन्हें नीट यूजी में कितने अंक लाने पर MBBS के लिए सरकारी कॉलेज मिल सकता है? तो आइए इस प्रश्न के जरिए इस सवाल के उत्तर से अवगत होते हैं.
हर स्टूडेंट अपनी तरफ से पूरी मेहनत करता है. लेकिन कुछ चुनिंदा ही होते हैं जिन्हें सरकारी कॉलेज मिलता है, चाहे कोई भी कोर्स हो(जैसे- MBBSमें, BDS में आदि). अब मूल प्रश्न पर वापस आते हैं कि नीट यूजी परीक्षा में कितने अंक लाने पर जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट्स को MBBS के लिए सरकारी कॉलेज मिल सकता है? तो बता दें कि मिनिमम 650 के आसपास अंक पाने पर सामान्य कैटेगरी के छात्रों को MBBS के लिए सरकारी कॉलेज मिल सकता है. वहीं, ओबीसी वर्ग के कैंडिडेट्स को मिनिमम 610 के आसपास अंक लाने पर MBBS के लिए सरकारी कॉलेज मिल सकता है.
सरकारी मेडिकल(UG कोर्स के लिए) कॉलेज की संख्या?
बता दें कि देश में 766 मेडिकल कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में NEET UG परीक्षा के माध्यम से एडमिशन मिलता है. इसमें 423 सरकारी कॉलेज हैं और 343 प्राइवेट कॉलेज हैं. इनमें MBBS सीटें एक लाख से अधिक हैं. NMC के अनुसार, MBBS के लिए सबसे ज्यादा सीटें कर्नाटक में हैं. वहीं, दूसरे नंबर नाम उत्तर प्रदेश का है, जहां 12415 सीटें हैं.
