- पशु वध को लेकर दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद भड़की थी हिंसा
- शहर के भीतर प्रवेश करने के सभी मार्ग बंद, अब तक 35 गिरफ्तार
बालासोर. उत्तरी ओडिशा के शहर बालासोर में पशु वध को लेकर दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद बुधवार को दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है. इस झड़प में 10 लोग घायल हो गए थे. अब प्रशासन बुधवार रात को स्थिति की समीक्षा करेगा और फिर यह निर्णय लेगा कि कर्फ्यू को आगे बढ़ाना है या नहीं. कर्फ्यू के दौरान निजी और सरकारी संस्थानों के साथ-साथ वाणिज्यिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे. इसके साथ ही बालासोर शहर के भीतर प्रवेश करने के सभी मार्ग बंद कर दिए गए हैं.
गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए 20 जून सुबह 10 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी है. गृह विभाग द्वारा मंगलवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘स्थिति गंभीर है और शरारती तत्व बालासोर नगर पालिका क्षेत्र में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से झूठे और भड़काऊ संदेश प्रसारित कर रहे हैं.
सीएम ने शांति बनाए रखने की अपील की
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने जिला प्रशासन से बालासोर शहर में सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा है. कर्फ्यू लगे होने के बाद भी प्रशासन ने किसी भी परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों, सरकारी अधिकारियों, अदालत के कर्मचारियों और आवश्यक सेवाओं में लगे व्यक्तियों के लिए वैध पहचान पत्र दिखाने पर नियमों में ढील दी थी. अतिरिक्त पुलिस महानिदेश (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार ने बताया कि दंगा करने और कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
कुमार ने कहा, ‘‘केंद्रीय बल की कम से कम छह कंपनियां बालासोर पहुंच रही हैं और उन्हें संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस हाई अलर्ट पर है और वर्तमान स्थिति पर नजर बनाए हुए है। पुलिस ने अब तक सात प्राथमिकी दर्ज की है. बालासोर के जिलाधिकारी आशीष ठाकरे ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार शाम को संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया. उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और शहर में शांति बहाल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. बालासोर की पुलिस अधिक्षक सागरिका नाथ ने कहा कि पुलिस बल की लगभग 40 प्लाटून तैनात की गई हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है.
शहर के भुजखिया पीर इलाके में सोमवार को मवेशियों की कुर्बानी से सड़क पर खून बहने का विरोध जताते हुए लोगों का एक समूह धरने पर बैठ गया. पुलिस ने बताया कि दूसरे समूह ने कथित तौर पर उन पर पथराव किया, जिसके बाद झड़प शुरू हो गई. इसमें 10 लोग घायल हो गए और फिर बालासोर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान कुछ पुलिस कर्मियों को भी चोटें आईं.