पटना: बिहार में 70वीं बीपीएससी PT परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. इस बीच पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने 3 जनवरी को पूरे बिहार में रेल चक्का जाम और नेशनल हाइवे (NH) को जाम करने का ऐलान किया है. पप्पू यादव का कहना है कि यह आंदोलन छात्रों के हित में किया जा रहा है, जिन्होंने परीक्षा में हुई अनियमितताओं को लेकर कई दिनों से संघर्ष किया है.
पप्पू यादव ने बताया कि वे 3 जनवरी को पटना में रेल चक्का जाम में खुद भाग लेंगे. इसके साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में एनएच सड़कों को भी जाम करने का आह्वान किया गया है. उन्होंने बिहार के युवाओं से अपील की है कि वे इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए सक्रिय रूप से भाग लें.
पप्पू यादव ने यह भी बताया कि उन्होंने राज्यपाल से भी इस मुद्दे पर बातचीत की है, लेकिन बिहार लोक सेवा आयोग ने अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है. उनका कहना था कि आयोग छात्रों पर दबाव बना रहा है, ताकि 4 जनवरी को बापू परीक्षा केंद्र पर फिर से परीक्षा ली जा सके, जो कि छात्रों के हित में नहीं है. इसलिए उन्होंने रेल चक्का जाम और सड़कों को जाम करने का फैसला लिया है.
बिहार में 70वीं बीपीएससी PT परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्र पिछले 16 दिनों से पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हैं. अभ्यर्थियों का आरोप है कि इस परीक्षा में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं और परीक्षा को रद्द कर फिर से एक नई परीक्षा ली जानी चाहिए. उनका यह भी कहना है कि केवल बापू परीक्षा केंद्र की परीक्षा रद्द करने से समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि पूरे बिहार की परीक्षा को रद्द करना जरूरी है.
इस आंदोलन का समर्थन बिहार के विपक्षी नेता भी कर रहे हैं. तेजस्वी यादव, जिन्होंने छात्रों के समर्थन में पहले ही सार्वजनिक रूप से अपनी आवाज उठाई है, ने गर्दनीबाग जाकर छात्रों से मुलाकात की और उनकी मांगों को जायज बताते हुए पूरी परीक्षा को रद्द करने की बात की. वहीं, राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी इस मुद्दे पर सामने आए और उन्होंने 29 दिसंबर को पटना के गांधी मैदान में धरना दिया. उनका कहना था कि छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए यह आंदोलन जरूरी है.