New Delhi. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक 31 अगस्त से दो सितंबर तक केरल के पालक्कड़ में संपन्न होगी, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित संघ से जुड़े अन्य संगठनों के साथ परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक मजबूत बनाने के उपायों तथा अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकरी दी. इस बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे.
इस बैठक को अहम माना जा रहा है क्योंकि यह बैठक लोकसभा चुनावों के बाद हो रही है, जिसमें भाजपा का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा था. इस बार लोकसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 303 से घटकर 240 आ गई है. यह इसलिए भी अहम है क्योंकि इस बैठक के बाद हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा के चुनाव होने हैं. हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को तीन चरणों में जबकि हरियाणा में एक अक्टूबर को मतदान होगा. मतगणना चार अक्टूबर को होगी.
पिछले सप्ताह आरएसएस और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के शीर्ष नेताओं ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर पार्टी और संघ के बीच समन्वय मजबूत करने और आगामी चुनावों सहित कई मुद्दों पर चर्चा की थी. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, आरएसएस के सरकार्यवाह अरुण कुमार और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और सिंह मौजूद थे.
बयान के मुताबिक, पालक्कड़ बैठक में राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे.
आंबेकर ने कहा, ‘बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगे। राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्य आयामों पर योजनाओं के संदर्भ में बैठक में चर्चा होगी.
कीमत 80,000 करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) है.