Jamshedpur. विधायक सरयू राय ने कहा कि विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद कदमा, सोनारी जैसे इलाकों में सफाई की व्यवस्था लचर हो गई है. बस्तियों में पीने के पानी के लिए जो कनेक्शन चार्ज तय किया गया है, वह काफी अधिक है. उन्होंने याद दिलाया कि कि टाटा स्टील यूआइएसएल ने चुनाव के पहले तक कदमा और सोनारी में सफाई के लिए तत्कालीन विधायक और मंत्री को 25 सफाईकर्मी दे रखे थे. इन 25 सफाईकर्मियों का उपयोग तत्कालीन मंत्री अपनी मर्जी से करते थे. चुनाव होते ही ये सभी कर्मचारी सफाई के काम से गायब हो गये. पेयजल के बारे में टाटा स्टील यूआइएसएल के अधिकारियों का कहना है कि झारखंड सरकार ने एक जनवरी 2021 से जो दर लागू किया है, वह वही दर ले रहे हैं. विधायक सरयू राय ने कहा कि सोनारी में साईं कंस्ट्रक्शन के 48 मजदूर पहले कार्यरत थे और कदमा में सेवा सहयोग के 80 से 100 मजदूर काम कर रहे थे. मगर मजदूर अब सड़कों पर दिखायी नहीं दे रहे हैं. सरयू ने कहा कि 25 जनवरी को नगर निगम से पूछेंगे कि आपके ठेकेदारों ने कितने स्थानों पर कितने सफाईकर्मी लगा रखे हैं. अगर वो नहीं मिलेगा तो कानूनी कार्रवाई की सिफारिश करेंगे.
जेएनएसी और टाटा स्टील यूआइएसएल के अफसर बस्तियों का करें दौरा
जेएनएसी और टाटा स्टील यूआइएसएल के अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा है कि वे क्षेत्र में जन सुविधाओं का काम जनहित में करें, किसी व्यक्ति का चेहरा देख कर नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि टाटा स्टील यूआइएसएल और जेएनएसी को जनहित में और पारदर्शिता के साथ काम करना चाहिए. कोई मंत्री रहा हो या कोई दबंगई दिखाए तो आप उसे दो दर्जन मजदूर दे देंगे और जहां जनता का सवाल आये, वहां आप चुप्पी साध लेंगे, यह नहीं चेलगा. एक बार जेएनएसी और टाटा स्टील यूआइएसएल के अफसरों को बस्तियों का दौरा करना चाहिए, ताकि उन्हें पता चल सके कि लोग कचरा, नाली, साफ-सफाई आदि की किन समस्याओं से रोज जूझ रहे हैं. जेएनएसी के उप नगर आयुक्त, टाटा स्टील यूआइएसएल के अफसरों और भूमि विभाग के अधिकारियों संग एक बैठक की थी. बैठक में जेएनएसी के उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार, टाटा स्टील यूआइएसएल के महाप्रबंधक आरके सिंह, पेयजल विभाग के प्रभारी संजीव झा और टाटा लैंड के अमित सिंह आदि मौजूद रहे.