सिर्फ ब्राउन शुगर बरामद होता,धंधा कही बंद नहीं होता,क्यो?।
नशे के खिलाफ पुलिस लगभग रोज नए-नए ड्रग्स पेडलर को दबोचने का दावा करती है। आदित्यपुर व जमशेदपुर की पुलिस ने पिछले पांच माह में सैकडो ड्रग्स पेडलर को गिरफ्तार किया। ड्रग्स (ब्राउन शुगर) भी भारी मात्रा में बरामद किए, लेकिन धंधा बंद नहीं हुआ बल्कि जस का तस और अधिक ही फल फूल रहा है।
इस बीच एक बात दिलो-दिमाग में यह खटकती है कि, इतने बड़े पैमाने पर नशा का सप्लाई कौन कर रहा है? पुलिस की कार्यशैली पर भी यह सवाल खड़ा करता है। पुलिस ने इस धंधे में किसी बड़ी मछली पर अब तक हाथ नहीं डाला है जिसके सहारे नशे की इस गठजोड़ का भंडाफोड़ हो सके।
आदित्यपुर थाना की पुलिस ने कई बार ब्राउन शुगर और ड्रग पेडलर को दबोचा l कई बार आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती के एच रोड से गिरफ्तार किए गए परंतु आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती ब्राउन शुगर का हब का ताज पहने हुए हैं।
किस ड्रग्स पेडलर को किस सौदागर ने ड्रग्स उपलब्ध कराया, इसकी जानकारी देने से पुलिस हमेशा कतराती रही है और जांच करने के बाद बताने की बातें कहती रही है। यदि युवक वहां से पकड़ा गया तो सौदागर कहां गया। यदि वह पकड़ा जाता तो भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद होता। पुलिस ने उस तक पहुंचने का प्रयास ही नहीं किया या सौदागर भाग निकला, यह तो पुलिस ही बयां कर सकती है। आदित्यपुर के मुस्लिम बस्ती से सप्लाई होने वाली नशे की पुड़िया की आपूर्ति कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले जमशेदपुर ,सरायकेला खरसावां , पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के हर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच चुका है। युवा बर्बाद हो रहे हैं। नशे की लत को पूरी करने के लिए चोरी व छिनतई की घटना को अंजाम दे रहे है। आखिर पुलिस इतने बड़े नशे के धंधे को खत्म क्यों नहीं कर पा रही है ? यह पब्लिक जानना चाहती है। आदित्यपुर के हर सुनसान इलाके में नशेड़ियों की जमघट सबकुछ बयां करती है। डीजीपी साहब जाते-जाते जरा इधर भी नजरिया एक बार फेर जाते, लोगों की उम्मीदें और आशाएं उन पर टिकी हुई है।
ए के मिश्र