Jamshedpur. सोनारी के कुम्हार पाड़ा निवासी आदित्य राणा उर्फ रंजन(40) ने शनिवार को डोबो पुल से सुवर्णरेखा नदी में छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली. इससे पूर्व उसने एक थैला में मोबाइल और दो सुसाइड नोट पुल पर ही रख दिया. नदी में नहा रहे लोगों ने रंजन को कूदते हुए देखा, तो सोनारी पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने थैला समेत मोबाइल व सुसाइड नोट बरामद किया. एक सुसाइड नोट एसएसपी और दूसरा सोनारी पुलिस के नाम था. सुसाइड नोट में रंजन ने लिखा था कि वह अपनी मां से बहुत प्यार करता है. अब मां नहीं रही, तो मैं भी जिंदा नहीं रह सकता. मेरी मौत के बाद घरवालों को परेशान ना करें. कुछ ही देर बाद रंजन के पिता आरबी राम समेत परिजन डोबो पुल के पास पहुंचे. रंजन का मोबाइल व सुसाइड नोट देख पिता विलख-विलख कर रोने लगे.
आरबी राम ने बताया कि रंजन कुमार बैंक ऑफ बड़ौदा के गुजरात में पूर्व में मैनेजर था. उक्त बैंक पाकिस्तान की सीमा से सटे था. वह अपनी मां से बहुत प्यार करता था. मां की तबीयत बिगड़ने पर उसने नौकरी छोड़ तीन वर्ष पूर्व घर लौट आया. उसने शादी भी नहीं की थी. दो वर्ष पूर्व रंजन की मां का निधन हो गया. इसके बाद से रंजन डिप्रेशन में था. वह ज्यादा घर से बाहर भी नहीं जाता था. वह शांत रहने लगा. उसने पूर्व में भी आत्महत्या का प्रयास किया. आरबी राम बोकारो स्थित स्टील प्लांट के सेवानिवृत मैनेजर हैं. उन्हें रंजन इकलौता बेटा था और एक बेटी है. आरबी राम ने बताया कि सुबह घर में मैं नाश्ता कर रहा था. बेटा रंजन को भी नाश्ता के लिये पुकारा, तो उसने हल्का नाश्ता किया. फिर हाथ में थैला व कागज लेकर करीब नौ बजे पैदल ही निकल गया. सुबह करीब 10 बजे नाती अभिषेक ने पटना से फोन किया.
अभिषेक पटना में एसबीआई बैंक में मैनेजर है. उसने बताया कि रंजन सोनारी नदी की ओर गया है और वह घर नहीं लौटने की बात कह रहा है. नाती की बात सुनकर मैं हैरान हो गया और डोबो पुल पहुंचा. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. रंजन ने नदी में छलांग लगा दी थी. आरबी राम के अनुसार मैंने रंजन को कई बार समझाया, बावजूद वह अपनी मां की मौत को लेकर काफी दुखी रहता था. शादी के लिये भी कई बार कहा, लेकिन उसने इंकार कर दिया. सोनारी थाना की पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव की तलाश करवाई. लेकिन देर शाम तक सफलता नहीं मिली. सुवर्णरेखा नदी में पानी का तेज बहाव है. इसमें शव नहीं मिला.