Jamshedpur. टाटानगर रेलवे ने सोमवार की सुबह दशकों पुराने मोहित होटल को ध्वस्त कर दिया. इसके लिए रेलवे की ओर से दंडाधिकारी और आरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया था. यहां मोहित होटल पांच दशक पहले बना था.
इसके पहले रेलवे की ओर से स्टेशन के सिंह होटल को जमींदोज किया गया था. इससे पहले शुक्रवार को होटल मालिक करन सिंह को होटल खाली करने का आदेश दिया गया था. होटल तोड़े जाने के दौरान काफी संख्या में आरपीएफ के जवान मौजूद रहे. इससे पहले सुबह दंडाधिकारी की मौजूदगी में आरपीएफ ने अनाउंस करके जगह खाली करने के लिए कहा. हालांकि होटल का अधिकांश समान हटा लिया गया था. लेकिन एक-आध सामान अंदर रह गया था. जिसे तोड़ने के दौरान हटाया गया.
मोहित होटल को जमींदोज किए जाने के बाद स्टेशन और इसके आस-पास रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर सालों से रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है. अब उन्हें लग रहा है कि उनका आशियाना अब बचने वाला नहीं है. मिली जानकारी के अनुसार मोहित होटल की ओर से दो साल पहले कोट में केस फाइल किया गया था, लेकिन रेलवे के पक्ष में फैसला आने के बाद इसे तोड़ने की कार्रवाई की.
मौके पर दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त शैला मिंज ने बताया कि मोहित होटल मामले में दो वर्ष पहले रेलवे के पक्ष में फैसला आया. उसके बाद होटल खाली करने का आदेश दिया गया, लेकिन होटल खाली नहीं किया गया.
उन्होंने कहा कि मोहित होटल की ओर से कोर्ट में केस दायर किया गया. जिसे बाद में उन लोगों ने वापस ले लिया. किसी तरह का स्टे ऑर्डर नहीं होने के कारण इसे तोड़ना पड़ा. दंडाधिकारी ने बताया कि इस खाली जगह का उपयोग पब्लिक यूटिलिटी के रूप में होगा.