Chennai. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शनिवार को कहा कि उनकी कंपनी एयर इंडिया को वैश्विक स्तर पर असाधारण सेवा और प्रदर्शन के साथ अव्वल दर्जे की एयरलाइन बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. चंद्रशेखरन यहां एनआईटी त्रिची के एक कार्यक्रम में टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रवि विश्वनाथन के साथ चर्चा के दौरान एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
उनसे पूछा गया था कि 2022 में टाटा समूह के अधिग्रहण के बाद लोग एयर इंडिया से क्या उम्मीद कर सकते हैं. चंद्रशेखरन ने कहा, ‘मेरी प्रतिबद्धता एयर इंडिया को दुनिया की शीर्ष श्रेणी की एयरलाइन बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने की है. ऐसा हार्डवेयर, उड़ान अनुभव, ग्राहक अनुभव, तकनीक और हर लिहाज से होगा.” हल्के-फुल्के अंदाज में उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद दर्शकों से अपील की कि वे विमान विनिर्माता बोइंग और एयरबस से आग्रह करें कि वे एयर इंडिया के ऑर्डर के अनुसार विमान की आपूर्ति जल्द करें.
एयर इंडिया समूह ने कुल 470 विमानों का ऑर्डर दिया है – 250 एयरबस को और 220 बोइंग को. सेमीकंडक्टर उद्योग पर विश्वनाथन के एक सवाल का जवाब देते हुए, चंद्रशेखरन ने कहा कि इसमें बहुत बड़ा अवसर है और सेमीकंडक्टर क्षेत्र में टाटा संस का निवेश लगभग 18 अरब अमेरिकी डॉलर का है. उन्होंने कहा, ”हमारा सेमीकंडक्टर फैब 2026 में चालू हो जाना चाहिए. इसलिए, चाहे वह ऊर्जा क्षेत्र हो या सेमीकंडक्टर क्षेत्र, हमने नेतृत्व किया है और एक शुरुआत की है. हमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है.