हजारीबाग. झारखंड के हजारीबाग जिले के एक गांव में हिंदू समुदाय के लोगों ने बुधवार को परंपरागत तरीके से मुहर्रम पर ताजिया निकाला. इस गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता. डुमरी गांव में मुहर्रम की परंपरा दशकों से निभाई जा रही है. साव परिवार इस परंपरा को निभाता आ रहा है. परिवार के सदस्य संजू साव ने कहा कि 1950 में यह परंपरा शुरू हुई थी जब उनके पूर्वजों ने ताजिया निकाला और इसे उनके परिवार ने जारी रखा. उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय के सदस्यों की मदद से एक स्थानीय मस्जिद के मौलाना ने आजादी के तीन साल बाद डुमरी में मुहर्रम का जुलूस निकालना शुरू किया था और यह परंपरा जारी है.
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