लहर चक्र में प्रकाशित समाचार को झारखंड ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने गंभीरता से लेते हुए दिया जांच का आदेश।
झारखंड सरकार के परिवहन मंत्री के गृह जिला सरायकेला-खरसावां जिला परिवहन विभाग फिर चला पुराने भ्रष्टाचार की राहों पर शीर्षक से लहर चक्र में समाचार प्रकाशित किया गया था। जिसे झारखंड ट्रांसपोर्ट कमिश्नर श्री रवि शंकर विद्यार्थी द्वारा गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया गया है।
सरायकेला-खरसावां जिला के जिला परिवहन विभाग कार्यालय में किस तरह का पूर्व में भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है फिर उसी खेल खेलने के राहों पर सरायकेला-खरसावां जिला के परिवहन विभाग चल पड़ा है। कुछ वर्षों पहले जिला परिवहन विभाग में वह भ्रष्टाचार का दौर चला था। जब जिला परिवहन विभाग के कार्यालय के डॉक्यूमेंट, कार्ड, पेपर, लाइसेंस कार्यालय के बाहर घरों में छापामारी कर पकड़े गए थे, और एफ आई आर भी दर्ज किए गए थे। उस वक्त जिला परिवहन कार्यालय सरायकेला-खरसावां प्रशासनिक राजनीतिक गलियारों मे भ्रष्टाचार की खूब वाह वाही बटोर रहा था l माननीय परिवहन मंत्री के गृह जिला का परिवहन विभाग सरायकेला-खरसावां भ्रष्टाचार की गहरी पैठ में डूबता जा रहा है। प्राप्त जानकारी एवं चर्चाओ के अनुसार बिना टेस्ट लिए पास करना और 2000 से 2500 लेना, लर्निंग लाइसेंस के लिए 500 से 800 तक लेने, आरसी ट्रांसफर सहित कई भ्रष्टाचार के खेल खेला जा रहा है,लहर चक्र में प्रकाशित किया गया था ।
इस पूरे प्रकरण पर संवाददाता ने झारखंड ट्रांसपोर्ट कमिश्नर श्री रवि शंकर विद्यार्थी से बात की तो श्री रवि शंकर विद्यार्थी द्वारा पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे जांच कराने की आदेश दिए जाने की बात कही। जिला परिवहन विभाग मे भ्रष्टाचार की चर्चाएं सरेआम होने लगी है। देखना यह है कि अब यह राज्य के माननीय परिवहन मंत्री श्री चंपाई सोरेन के गृह जिला में भ्रष्टाचार यूं ही चलता रहेगा या झारखंड ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के जांच के करवाई के आदेश से भ्रष्टाचार खत्म होगा और असर दिखेगा ।
ए के मिश्र