Ranchi. प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान करने के लिए देश-विदेश से 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आयेंगे. 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ की भव्य तैयारी में उत्तर प्रदेश की सरकार जुटी है. महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बनाया जा रहा है. महाकुंभ भारत की विविधता को समेटते हुए अनेकता में एकता का उत्सव होगा. उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ-2025 का न्योता भारत के सभी राज्यों समेत पूरे विश्व में भेज रही है. झारखंड के लोगों को महाकुंभ का न्योता देने के लिए यूपी के दो मंत्रियों ने रोड-शो किया. यूपी के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और जेल राज्यमंत्री सुरेश राही ने राजधानी में पत्रकारों को महाकुंभ की तैयारी की जानकारी दी.
इस मौके पर मंत्री श्री उपाध्याय ने बताया कि राज्यपाल संतोष गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित झारखंड की समस्त जनता को महाकुंभ बुला रहा है. श्रद्धालुओं के स्वागत और सुविधा के लिए यूपी सरकार ने व्यापक तैयारी की है. मंत्री ने बताया कि मेला के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष ध्यान रखा गया है. बड़े पैमाने पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होगी.
डिजिटल सुविधाओं से लैस होगा महाकुंभ, 900 विशेष ट्रेनें चलेंगी
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भव्य एवं डिजिटल महाकुंभ के लिए प्रतिबद्ध है. महाकुंभ की वेबसाइट, ऐप, 11 भाषाओं में एआइ चेट बॉट, वाहनों के लिए क्यूआर आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया पाया केंद्र, स्वच्छता व टेंटों की आइसीटी निगरानी, आपदा प्रबंधन सहित 530 परियोजनाओं की निगरानी सॉफ्टवेयर आधारित होगी. श्री उपाध्याय ने कहा कि मेला में आनेवाले वाहनों को बेहतर पार्किंग सुविधा के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग बनायी गयी हैं. प्रतिदिन पांच लाख गाड़ियों की पार्किंग सुविधा होगी. मंत्री ने बताया कि महाकुंभ के दौरान सात हजार स्पेशल बसें और 900 विशेष ट्रेनें भक्तों की सुविधा के लिए चलायी जायेंगी. प्रयागराज के नौ रेलवे स्टेशन का इस्तेमाल किया जायेगा.
गंगा के किनारे 15.25 किमी क्षेत्र में रिवर फ्रंट
घाटों पर स्नान करने आये भक्तों पर हेलीकॉप्टर पुष्प वर्षा करेंगे. महाकुंभ नगरी में 33 पुराने और नये पक्के घाट बनाये गये हैं. मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा के किनारे 15.25 किमी क्षेत्र में रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया है. इसके अलावा इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर को अपग्रेड किया गया है. इससे भीड़ प्रबंधन में सहायता मिलेगी. सीसीटीवी कैमरों को देखने के लिए 52 सीटर चार व्यूइंग सेंटर स्थापित किये गये हैं.