Gorakhpur. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को यहां रामगढ़ ताल में एक ‘फ्लोटिंग रेस्टोरेंट’ का उद्घाटन किया तथा अराजक तत्वों द्वारा रोटियों पर कथित रूप से थूकने और फलों के जूस में पेशाब मिलाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस भोजनालाय में लोगों को ‘थूक लगी रोटियां’ नहीं मिलेंगी. आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि लोगों को कम से कम हापुड़ वाला जूस या थूक लगी रोटियां नहीं परोसी जाएंगी. यहां जो भी परोसा जाएगा, वह शुद्ध होगा.’’
मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी पिछले सप्ताह गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके में फलों के रस में पेशाब मिलाकर बेचने के आरोप में दुकान के मालिक की गिरफ्तारी और उसके 15 साल के बेटे को हिरासत में लिये जाने के बाद की है. इसी तरह गत 12 सितंबर को सहारनपुर जिले में एक रेस्त्रां में एक किशोर द्वारा रोटी बनाते समय उस पर कथित रूप से थूकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसके बाद रेस्त्रां के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया था.
इससे पहले जून में नोएडा में पुलिस ने दो लोगों को जूस में थूक मिलाकर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसी साल श्रावण मास में राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्गों पर खाद्य स्टॉल, फल विक्रेताओं के लिए दुकान मालिकों के नाम प्रदर्शित करना अनिवार्य कर दिया था. उसके इस आदेश की खासी आलोचना हुई थी. सरकार ने तर्क दिया था कि उसके इन निर्देशों का उद्देश्य पारदर्शिता को बढ़ावा देना था.
गोरखपुर में रामगढ़ ताल पर निर्मित अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ‘फ्लोट’ नाम के इस ‘फ्लोटिंग रेस्टोरेंट’ का निर्माण 17 अगस्त, 2022 को शुरू हुआ.
अधिकारियों के मुताबिक 9,600 वर्ग फुट के इस तीन मंजिला रेस्टोरेंट में एक बार में 150 लोग भोजन कर सकते हैं.