सरायकेला-खरसावां पुलिस के लिए बना जांच का विषय,सरायकेला ट्रैफिक के नाम पर ओवरलोड भारी वाहनों एवं सर्विस रोड में पार्क होने वाले भारी वाहनों से कौन वसूल रहा है एंट्री शुल्क ?
सरायकेला -खरसावां जिले की व्यस्ततम एवं हाईवे रोड पर इन दिनों सरायकेला ट्रैफिक के नाम पर एंट्री शुल्क के नाम पर अवैध वसूली की बात सामने आ रही हैl ओवरलोड भारी वाहनों से एंट्री के नाम पर सुविधा शुल्क वसूलने वाले व्यक्ति/ ग्रुप, विभाग का है अथवा निजी गिरोह द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है! यह जांच का विषय है lप्राप्त जानकारी के अनुसार कांड्रा टोल ब्रिज एवं आदित्यपूर पेप्सी कंपनी के पास लगे भारी वाहन/गाड़ियों से अवैध वसूली की बात स्थानीय लोगों के द्वारा बताई जा रही है। उन लोगों की माने तो औद्योगिक क्षेत्र में कंपनियों के अंदर माल ढोने वाले वाहनों की सर्विस रोड में लाइन लगी रहती है जिससे प्राय:दुर्घटना की सूचना मिलती है l स्थानीय लोग बताते हैं कि जिले में प्रायः ओवरलोडिंग भारी वाहन खुलेआम दिनदहाड़े बेहिचक दौड़ते रहते हैं, जिससे कई बार भयानक दुर्घटना भी हो चुकी हैl कयास लगाया जा रहा है कि ऐसे ओवरलोड भारी वाहन ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए एवं अधूरे कागजात के आधार पर वाहन चलाने के उद्देश्य इंट्री शुल्क नामक सुविधा राशि देती हैl सूत्रों की माने तो इंट्री देने वाले वाहनों पर लदे माल कि ना तो मापी होने की गारंटी होती है और ना ही विभिन्न कानूनी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है l ऐसे में सरायकेला- खरसावां पुलिस अधीक्षक के लिए जांच का विषय है कि इंट्री शुल्क वसूला जा रहा है अथवा नहीं एवं वसूला जा रहा है तो किनके इशारे पर वसूला जा रहा है ? साथ ही अभी जांच का विषय है कि
- एके मिश्र