नए थानेदार के लिए आदित्यपुर की डगर आसान नहीं
आदित्यपुर के नए थाना प्रभारी राजन कुमार के समक्ष कई चुनौतियां मुंह बाए खड़ी है। जनता में विश्वास पैदा करना ,अपराधियों एवं अवैध स्क्रैप माफिया पर लगाम लगाना ,ब्राउन शुगर ,शराब माफियाओं पर नकेल कस कर अंकुश लगाना, वही भू माफियाओं को लेकर हो रहे अपराधिक हत्याएं घटनाओं पर रोक लगाना आदि कई समस्याएं सामने विकराल रूप में खड़ी है। हाल ही में घटी ट्रिपल हत्याएं और ब्राउन शुगर के बिछे जाल को समाप्त करना एक बहुत बड़ी चुनौती है।
आदित्यपुर थाना जिले में ही नहीं झारखंड में भी प्रमुख रूप से जाना जाता है ।औद्योगिक क्षेत्र होने के नाते आदित्यपुर थाना,झारखंड का काफी महत्वपूर्ण एवं क्रीम थाना माना जाता है। थाना के आसपास अक्सर दलाल प्रवृत्ति के लोग सक्रिय देखे जाते हैं और यही दलाल प्रवृत्ति के लोग थाना प्रभारी के लिए गले की फांस बन जाते हैं । थाना में अक्सर सक्रिय दिखने वाले ऐसे दलाल प्रवृत्ति के लोग की शिकायत उच्च अधिकारियों तक चली जाती है और थाना प्रभारी के लिए सर पर तलवार बनकर हमेशा लटकती रहती है ।दलाल प्रवृत्ति के लोग थाने की आड़ में मालो माल हो जाते हैं l आम जनता लाचार होकर दलाल प्रवृत्ति के लोग के चक्कर में यूं ही पीसते रहते हैं। आदित्यपुर वासियों की माने तो दलाल प्रवृत्ति के लोग ही समय से पहले थाना प्रभारी की तबादले के कारण बन जाते हैं, ऐसे तत्व के सक्रिय होने के कारण ही आदित्यपुर के थानेदार वक्त से पहले बदल दिए जाते हैं । आदित्यपुर क्षेत्र में चर्चा का विषय है कि नए थानेदार के लिए भी आदित्यपुर की डगर आसान नहीं है ,यहां ब्राउन शुगर, अवैध शराब, गंजा अवैध रूप से बालू उत्खनन एवं भंडारण समेत कई अवैध कारोबार फल-फूल रहे हैं । थाना क्षेत्र में लॉटरी, मटका, जुआ ,गैस कटिंग ,अवैध बालू का कारोबार, स्क्रैप आदि कई अवैध कारोबार फल-फूल रहे हैं। अपराध भी आदित्यपुर क्षेत्र में सर चढ़कर बोल रहा है ।चोरी, डकैती, हत्या, लूट, छिनतई की घटनाएं काफी बढ़ रहे हैं,जिस पर अंकुश लगाना नए थानेदार के लिए कांटो भरा ताज से कम नहीं है। यहां तक कि थानेदार से कुछ पत्रकार खुश है तो कुछ है नाराज, मामला सेनापति को लेकर हैंl ऐसे भी चर्चाओं के अनुसार अब कहते सुना जा रहा है कि आदित्यपुर थाना अब थानेदारों के लिए प्रयोगशाला बनते जा रहा है।
ए के मिश्र