जमशेदपुर प्रखंड में एजीएम के अनुपस्थिति में हो रहे खाद्यान्न उठाव को आपूर्ति पदाधिकारी ने रुकवाया, कहीं कलाबाजारी तो नहीं?
खाद्यान्न कालाबाजारी को लेकर हमेशा जमशेदपुर किसी न किसी रूप में चर्चाओं में रहा है। विगत कुछ महीनों पूर्व कई लोगों को यहां छापामारी कर खाद्यान्न कलाबाजारी करते हुए पकड़ा गया है और कई लोगों पर एफ.आई.आर.भी दर्ज किया गया है,जिसको लेकर जमशेदपुर खाद्यान्न कलाबाजारी करने को लेकर पूरे झारखंड में चर्चा में बना रहा ।
कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि खासमहाल स्थित जमशेदपुर ब्लॉक में एजीएम के अनुपस्थिति में ही खाद्यान्न का उठाव डीएसडी द्वारा किया जा रहा है। मिल रही सूचनाओं के आलोक में जब लहर चक्र संवाददाता ने जमशेदपुर प्रखंड स्थित एजीएम ऑफिस गए और लोगों से एजीएम केस संबंध में जानकारी ली तो उपस्थित लोग आपस में कानाफूसी करने लगे और बताएं कि अभी एजीएम नहीं है। जब संवाददाता ने उपस्थित लोगों से पूछा कि जब एजीएम नहीं है तो किसके आदेश से या खाद्यान्न उठाव किया जा रहा है ? तो सभी खामोश रहे l उसी वक्त प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार प्रखंड कार्यालय एजीएम ऑफिस पहुंचे ।
एजीएम के अनुपस्थिति में हो रहे खाद्यान्न उठाव को तुरंत प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार द्वारा बंद करा दिया गया। संवाददाता ने जब प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से पूछा कि क्या एजीएम के अनुपस्थिति मे खाद्यान्न उठाब हो सकता है? इस पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि बिना एजीएम के रहते खदान का उठाव नहीं हो सकता है,इसलिए हम खाद्यान्न उठाब बंद करा दिए । संवाददाता ने जब आपूर्ति पदाधिकारी से पूछा कि क्या डीएसडी और एजीएम की मिलीभगत से कालाबाजारी संभव है ? प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार ने संवाददाता को बताया की एजीएम को चेंज करने के लिए डीएसओ और प्रखंड विकास पदाधिकारी से बात करेंगे।
इसे गहराई से जांच किए जाए तो कई बिचौलिए, सफेदपोश के संरक्षण में चल रहे अवैध खाद्यान्न कलाबाजारी बीएसडी और एजीएम के गठजोड़ का जमशेदपुर में एक बार फिर से खुलासा हो सकती है!
ए के मिश्र