पूर्वी सिंहभूम जिले के अधिकांश ब्रांडेड मिष्ठान भंडार एवं फैक्ट्री में कार्यरत मजदूर,बंधुआ मजदूर तो नहीं है पर बंधुआ मजदूर से कम भी नहीं है l जमशेदपुर के नामी-गिरामी मिष्ठान भंडार के आउटलेट एवं मिष्ठान निर्माण फैक्ट्री मैं सैकड़ों मजदूर कार्यरत हैं l न्यू गंगौर स्वीट्स, न्यू छप्पन भोग, पूजा स्वीट्स एंड नमकीन, शालिग्राम स्वीट के अलावा कुछ अन्य प्रतिष्ठित मिष्ठान कारोबारी जमशेदपुर में बड़े पैमाने पर आउटलेट एवं फैक्ट्री लगा कर मिष्ठान के क्षेत्र में कारोबार कर रहे हैं l
सूत्रों की माने तो कई मजदूर तो मिष्ठान प्लांट में रहकर ही 16-18 घंटा कार्य करते हैं,कई स्थानीय मजदूर 12 से 14 घंटा कार्य करते हैं l ऐसे मजदूर को डबल पेमेंट तो दूर मिष्ठान कारोबारियों द्वारा सिंगल पेमेंट दिया जाता है एवं कई को तो न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दिया जाता है l
यहां कार्यरत मजदूरों द्वारा बताया गया कि नाम के साथ समाचार देने पर हमें कार्य से भगा दिया जाएगा एवं प्रबंधन द्वारा बकाया राशि का भुगतान भी नहीं किया जाएगा, क्योंकि कई मजदूरों का उपस्थिति पंजी मौखिक प्रयोग किया जाता हैl
श्रम विभाग एवं पीएफ डिपार्टमेंट तक यहां की मिठास ओने पौने में पहुंचती है, शायद ऐसी परिस्थिति में मजदूरों का शोषण करने वाला कारोबारियों का पर्दाफाश करना काफी कठिन हैl
मजदूरों का मानना है कि जिला प्रशासन दीपावली के 2 दिन पूर्व से 2 दिन बाद तक जमशेदपुर के सभी महत्वपूर्ण (ब्रांडेड) मिष्ठान कारोबारियों का आउटलेट एवं मिठाई बनाने वाले वर्कशॉप पर लगे सीसीटीवी कैमरे को जप्त कर जांच कराती है, तो वर्षों से दूसरों के घर में दिवाली की मिठास पहुंचाने वाले मिठाई कारीगर के घर दीपावली का मिठास पहुंचाया जा सकता है l
उक्त सीसीटीवी जब्त कर जांच कराने से जिला प्रशासन यह ज्ञात कर सकता है कि जमशेदपुर के विभिन्न प्रतिष्ठित मिष्ठान आउटलेट एवं वर्कशॉप में कुल कितने मजदूर काम कर रहे हैं, कार्यरत मजदूरों से कितना घंटा मिष्ठान के उत्पादन एवं व्यापार में लगे कारोबारी कार्य कराते हैं lमजदूरों को उनके कार्य के घंटे के अनुरूप सरकार द्वारा निर्धारित वेतन एवं अन्य सुविधा मिल पा रहा है अथवा नहीं l
अब देखना है कि श्रम विभाग एवं पीएफ डिपार्टमेंट मजदूरों को उनका वाजिब हक दिलाने में कितना सक्रिय होता है l
कुमार मनीष,9852225588