- गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ितों के लिए ‘अधिकतम मुआवजा’ जारी करने का भी किया आग्रह
हाथरस. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाथरस में भगदड़ की घटना के संबंध में शुक्रवार को कहा कि प्रशासन की ओर से चूक हुई थी. कांग्रेस नेता ने साथ ही कहा कि वह इसे ‘राजनीतिक’ रंग नहीं देना चाहते. गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ितों के लिए बिना किसी देरी के ‘अधिकतम मुआवजा’ जारी करने का भी आग्रह किया.
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलरई गांव में दो जुलाई को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हो गए थे. हाथरस में शुक्रवार सुबह पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में गांधी ने कहा, ‘यह दुख की बात है कि इतने परिवारों को कष्ट सहना पड़ा, इतने लोगों ने अपनी जान गंवा दी.’ गांधी ने कहा कि पीड़ित परिवारों के लिए यह कठिन समय है और उन्हें जल्द से जल्द मुआवज़ा चाहिए, क्योंकि वे गरीब हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से ‘अधिकतम मुआवज़ा’ देने का आग्रह किया. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उन्होंने (मृतकों) परिवार के सदस्यों के साथ ‘व्यक्तिगत तौर पर’ बातचीत की. राहुल गांधी से मिलकर मृतकों के परिजनों ने कहा कि बाबा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
सड़क मार्ग से हाथरस पहुंचे राहुल
राहुल गांधी सुबह दिल्ली से सड़क मार्ग से हाथरस के लिए रवाना हुए थे. उनके साथ कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अजय राय, पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और अन्य पदाधिकारी भी थे। वह सुबह करीब नौ बजे हाथरस के विभव नगर कॉलोनी के ग्रीन पार्क पहुंचे.
सरकार ने हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग का किया है गठन
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस में हुई भगदड़ की घटना की जांच के लिए उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया, जो इस संभावना की भी जांच कर रहा है कि धार्मिक सभा में मची भगदड़ के पीछे कोई साजिश तो नहीं थी. इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गयी थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं है. भगदड़ की यह घटना स्वयंभू बाबा भोले के सत्संग के दौरान हुई.पुलिस के अनुसार, इस घटना में जान गंवाने वाले 121 लोगों में से 17 अलीगढ़ से थे और 19 लोग हाथरस से थे.