- कैंसर का इलाज करा रहे पत्रकार रविप्रकाश ने सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री को दी थी जानकारी
- सभी मरीजों से पिछले तीन साल का आइटी रिटर्न और इलाज की विवरणी मांग रहे ट्रेजरी अफसर
रांची. कैंसर व अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों के इलाज का पैसा रांची ट्रेजरी ने करीब 11 दिनों तक रोके रखा. सीएम हेमंत सोरेन ने रांची डीसी को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया है. उन्होंने डीसी से कहा है कि तत्काल इस मामले की जांच करें और दोषी पाये जाने पर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर उदाहरण स्थापित करें. सीएम ने कहा कि अन्य सभी जिलों के उपायुक्त ध्यान दें. ऐसी कोई कोताही हरगिज बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
गौरतलब है कि कैंसर का इलाज करा रहे पत्रकार रविप्रकाश ने सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री को जानकारी दी थी कि कैंसर या दूसरी गंभीर बीमारी में एक-दो दिन की भी देरी मरीज की जान ले सकती है. इसके बावजूद रांची के ट्रेजरी अफसर ने सिविल सर्जन दफ्तर द्वारा इस योजना के तहत भुगतान के लिए 26 जून को भेजे गये अलग-अलग मरीजों के करीब 17 लाख के बिल का भुगतान सात जुलाई तक रोके रखा. बताया गया कि ट्रेजरी अफसर द्वारा सभी मरीजों से पिछले तीन सालों का आइटी रिटर्न व इलाज की विवरणी की मांग की जा रही है. मरीजों का कहना है कि सारे कागजात देखने के बाद ही सिविल सर्जन ट्रेजरी में राशि आवंटित करने की अनुशंसा भेजते हैं. इसके बावजूद मरीजों से ट्रेजरी ऑफिसर कागजात की मांग कर रहा है.