- जुलाई का महीना प्रवेश कर चुका है, लेकिन मानसून की बारिश का कोई अता-पता नहीं
JAMSHEDPUR. पिछले कुछ दिनों से मानसून सुस्त है. बादल आ रहे हैं, पर बिन बरसे निकल जा रहे हैं. तापमान तेजी से चढ़ रहा है. एक बार फिर गर्मी सताने लगी है. तेज धूप ने लोगों को परेशान कर रखा है. ऐसा लग रहा है मानों इंद्र देव रूठ गये है. अच्छी बारिश के लिए देवताओं को आह्वान किया जा रहा है.
जुलाई का महीना प्रवेश कर चुका है. लेकिन मानसून की बारिश का अभी तक कोई अता-पता नहीं है, जिससे किसान गहरे चिंतन में पड़ गए हैं. बिना बारिश के खेत सूखे पड़े हैं और किसान यह सोचने पर मजबूर हैं कि बिचड़ा कब लगायें और कब उसकी रोपनी करें.
आसमान में काले बादल छाए रहते हैं, पर वे झमाझम बारिश के रूप में धरती पर नहीं गिर रहे. यह स्थिति किसानों की परेशानियों को और भी बढ़ा रही है.
तालसा गांव में आषाढ़ी पूजा
सुंदरनगर क्षेत्र के तालसा गांव में आषाढ़ी पूजा की गयी. गांव के माझी बाबा दुर्गाचरण मुर्मू के नेतृत्व में नायके बाबा हाबीराम मुर्मू द्वारा पूजा की गयी. नायके बाबा ने आषाढ़ी पूजा में ग्राम के देवी- देवताओं का आह्वान किया. ग्रामीणों ने देवी-देवताओं के चरणों में नतमस्तक होकर अच्छी बारिश व फसल की कामना की.
रानीडीह गांव में भी हुई पूजा
बागबेड़ा क्षेत्र के रानीडीह गांव के पास खरकई नदी के किनारे पिछले दिनों ग्रामवासियों ने एक विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया था. गांव के लोग देवी-देवताओं से अच्छी बारिश की प्रार्थना करने के लिए एकत्रित हुए.
इस पूजा में भाग लेने वाले सभी ग्रामवासी उत्साह और उम्मीद से भरे हुए थे. उनकी आंखों में एक ही आशा थी – जल्दी ही अच्छी बारिश हो ताकि उनकी फसलों की बुआई और रोपाई सुचारू रूप से हो सके.
खोड़ीपहाड़ी पहाड़ की पूजा पर आस्था
चाकुलिया प्रखंड के रेंगड़पहाड़ी गांव के समीप स्थित खोड़ीपहाड़ी पहाड़ पूजा की गयी. इस पूजा का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में समृद्धि और खुशहाली लाना है.
ग्रामीणों का मानना है कि इस पूजा से अच्छी बारिश होती है, जिससे उनकी कृषि कार्यों में उन्नति होती है. इस पूजा में 12 मौजा के ग्रामीण हिस्सा लेते हैं. यह पूजा क्षेत्र में अच्छी बारिश और गांव की खुशहाली की कामना के लिए आयोजित की जाती है.