Jharkhand,झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने झामुमो के नेतृत्व में चल रही सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट (X पर) कर झारखंड सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार आदिवासियों के हित के लिए काम करने के बजाय दबंग को संरक्षण देने की कम कर रही है.
श्री मरांडी ने अपने ट्वीट में कहा है कि आदिवासी समाज की जमीनों को संरक्षण प्राप्त दबंगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है, सुनवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। अधिकारियों से लेकर सत्ता में बैठे पदाधिकारियों तक कोई भी सुनील हेंब्रम जैसे पीड़ितों को न्याय नहीं दिला रहा है,बल्कि अधिकारी पैसे खाने में तथा पदाधिकारी सत्ता की रोटी सेंकने में व्यस्त हैं।
उपरोक्त आरोप श्री मरांडी ने झारखंड सरकार पर ट्वीट कर लगाया है, जिसे लाइन बाई लाइन नीचे प्रस्तुत किया जा रहा है.
सोचो, झारखंड को क्या मिला है…
एक ऐसा मुख्यमंत्री, जो खुद को आदिवासी कहने में तो तनिक भी संकोच नहीं करता, पर जब बात आदिवासी समाज के कल्याण की और जल जंगल जमीन के सुरक्षा की आती है, तो सरपट अपने पैर पीछे कर लेता है, उल्टे पैरों ही दौड़ने लगता है।
आदिवासी समाज की जमीनों को संरक्षण प्राप्त दबंगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है, सुनवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। अधिकारियों से लेकर सत्ता में बैठे पदाधिकारियों तक कोई भी सुनील हेंब्रम जैसे पीड़ितों को न्याय नहीं दिला रहा है,बल्कि अधिकारी पैसे खाने में तथा पदाधिकारी सत्ता की रोटी सेंकने में व्यस्त हैं।
चुनाव निकट आ रहा है, सावधान रहिए…
यह संदेश भी बाबूलाल मरांडी ट्वीट कर दी है, ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा है कि
जेएमएम और कांग्रेस के नेता एक बार फिर से आदिवासी समाज का आवरण ओढ़कर आ रहे होंगे, झूठी सांत्वना देने तथा अपनी वोटबैंक की राजनीति करने.
वहीं दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा का कहना है कि उपरोक्त आरोप बेबुनियाद है, हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही सरकार सिर्फ आदिवासियों के लिए नहीं बल्कि पूरे झारखंड वासियों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है.
Kumar Manish,9852225588