जमशेदपुर. टाटा मोटर्स प्रबंधन की ओर से दो तरह की योजनाओं को लागू करने की घोषणा की गयी है. यह घोषणा टाटा मोटर्स जनरल ऑफिस में यूनियन के पदाधिकारी एवं उच्च प्रबंधन के बीच बैठक के बाद बनी सहमति के दौरान की गयी. टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते एवं महामंत्री आरके सिंह ने बताया कि यूनियन की ओर बच्चों की शिक्षा के लिए योजना की मांग यूनियन टाटा मोटर्स प्रबंधन की जा रही थी. अब इस पर सहमति बन गयी है.
विद्यादान योजना के तहत कंपनी के सभी स्थायी कर्मचारियों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन दिलाया जायेगा. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 7.5 लाख तक का लोन आसान शर्तों पर उपलब्ध कराया गया है. शिक्षा ऋण की अवधि अधिकतम 15 वर्षों की हो सकती है. एसबीआइ में शिक्षा ऋण का ब्याज आम लोगों को 11 फीसदी लगता है, वहीं टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को एक प्रतिशत कम लगेगा. साथ ही टाटा मोटर्स प्रबंधन की ओर से कर्मचारी के पुत्रों को शिक्षा ऋण के ब्याज में 50 फीसदी सब्सिडी कंपनी के तरफ से दिया जायेगा अर्थात पांच फीसदी ब्याज की भरपाई टाटा मोटर्स प्रबंधन की ओर से की जायेगी.
वहीं बच्चियों के लिए यह 70 फीसदी सब्सिडी की योजना है अर्थात सात फीसदी ब्याज प्रबंधन की ओर से भरपाई की जायेगी. इस साथ ही साथ कर्मचारी पुत्रों एवं पुत्री की संख्या जितनी होगी, उन सभी को यह लाभ सुनिश्चित किया जायेगा.वहीं दूसरी उत्कर्ष योजना में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था की गयी है, जो भी कर्मचारी पुत्री मैट्रिक में और 12वीं में 60 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण होंगे, उनको 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि बच्चियों के खाते में दी जायेगी.