Dhaka. बांग्लादेश में एक इंडोनेशियाई नागरिक सहित कम से कम 24 लोगों को भीड़ ने अवामी लीग पार्टी के एक नेता के स्वामित्व वाले एक होटल में जिंदा जला दिया. यह घटना उस समय हुई जब पार्टी की नेता शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़कर चली गईं हैं. स्थानीय पत्रकारों और अस्पताल सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सोमवार देर रात भीड़ ने जोशोर जिले में जिला अवामी लीग के महासचिव शाहीन चक्कलदर के स्वामित्व वाले जाबिर इंटरनेशनल होटल में आग लगा दी, जिसमें 24 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई. इस घटना में मरने वाले ज्यादातर होटल में ठहरे लोग थे.
ढाका के एक स्थानीय पत्रकार ने बताया, मृतकों में एक इंडोनेशियाई नागरिक भी शामिल है. उन्होंने कहा कि जोशोर जनरल अस्पताल के चिकित्सकों ने पुष्टि की है कि उन्होंने 24 शव की गिनती की है, जबकि जीवित बचे होटल कर्मचारियों को डर है कि मलबे में और भी शव हो सकते हैं. बांग्लादेश में तख्तापलट के एक दिन बाद मंगलवार को ढाका में तनावपूर्ण शांति रही. सोमवार को हिंसक प्रदर्शन, आगजनी और लूटपाट के बाद मंगलवार को बांग्लादेश पटरी पर लौटता दिखा. राजधानी ढाका की सड़कों पर बस और सार्वजनिक वाहन नजर आये. 16 जुलाई से जारी आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान अब तक 440 लोगों की मौत हुई है, जबकि 5000 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि 500 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिन्हें गोलियां लगी हैं.
अधिकारियों और कर्मचारियों में भय का माहौल
हसीना की सरकार के सत्ता से हटने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों में भय का माहौल है. ‘ढाका ट्रिब्यून’ के मुताबिक, हसीना सरकार गिरने के बाद पहले दिन मंगलवार को सचिवालय में माहौल तनावपूर्ण रहा. देश के विभिन्न मंत्रालयों के कार्यालयों में उपस्थिति काफी कम रही. मंत्री और संसद सदस्य भी अनुपस्थित रहे. जो लोग काम पर आये थे, वे भय और चिंता में थे. हालांकि, मंगलवार की सुबह सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी, स्वायत्त, अर्ध-स्वायत्त, निजी संस्थान, कारखाने, स्कूल-कॉलेज, मदरसे और विश्वविद्यालय फिर से खुले. वहीं, सचिवालय में प्रवेश के लिए मंगलवार को पास रद्द कर दिये गये. मुख्य द्वार पर केवल कुछ पुलिस अधिकारी ही ड्यूटी पर दिखे, उनके साथ सैन्यकर्मी भी मौजूद थे.
पुलिस थानों पर भीड़ का हमला, हड़ताल पर पुलिसकर्मी
ढाका के जतराबाड़ी, बड्डा, मोहम्मदपुर, अदाबार समेत कई पुलिस स्टेशनों पर सोमवार की रातभर हमले और लूटपाट हुई. हिंसा के कारण कुछ थानों से पुलिसकर्मी भाग गये. हिंसा के बाद बांग्लादेश के पुलिस सर्विस एसोसिएशन ने मंगलवार को हड़ताल की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि जब तक हर पुलिसकर्मी की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती, हम हड़ताल पर रहेंगे. सोमवार को बांग्लादेश में 450 पुलिस स्टेशनों पर हमला हुआ था.
इंटेलिजेंस एजेंसी के डायरेक्टर को हटाया गया
बांग्लादेश में सियासी हलचल के बीच आर्मी में बड़ा बदलाव किया गया है. बांग्लादेश की इंटेलिजेंस एजेंसी नेशनल टेली-कम्युनिकेशन मॉनीटरिंग सेंटर के डायरेक्टर जिया-उल-अहसान को पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान को इसका डायरेक्टर बनाया गया है. वहीं, विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सायफुल आलम को दी गयी है. इधर, बांग्लादेश के मंत्री जुनैद अहमद पलक को गिरफ्तार किया गया है.