Dhaka. बांग्लादेश में हालात अब तक सामान्य नहीं हुए है. प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद और देश छोड़ने के पांचवें दिन भी जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. बांग्लादेश में हिंसा, लूटपाट और आगजनी की घटनाएं बढ़ गयी हैं. इनके खिलाफ हिंदू जागरण मंच ने ढाका में प्रदर्शन किया और हरे कृष्णा-हरे रामा के नारे लगाये. मंच ने कहा कि दिनाजपुर में चार हिंदू गांवों को जला दिया गया है. लोग बेसहारा हो गये हैं, छिप-छिप कर रहने को मजबूर हैं. मंच ने अल्पसंख्यक मंत्रालय की स्थापना, अल्पसंख्यक संरक्षण आयोग का गठन, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने, हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा, तोड़े गये मंदिरों के पुनर्निर्माण और संसद में अल्पसंख्यकों के लिए 10 फीसदी सीटें रखने की मांग की है.
इधर, शेख हसीना के बेटे जॉय ने कहा कि मेरी मां ने आधिकारिक तौर पर इस्तीफा नहीं दिया. उनके पास इतना वक्त नहीं था.आधिकारिक तौर पर वह अब भी प्रधानमंत्री हैं. गिरफ्तारी का डर मेरी मां को नहीं डरा सकता. इस बीच, कानून, न्याय और संसदीय मामलों के सलाहकार प्रोफेसर आसिफ नजरुल ने बताया कि कानून मंत्रालय ने छात्रों और नागरिकों के हालिया विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए एक जुलाई से पांच अगस्त के बीच दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला लिया है. ये कदम आगामी तीन दिन के भीतर उठाये जायेंगे.