New Delhi. कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यों से गौण खनिजों की खोज को प्रोत्साहित करने के लिए खनिज अन्वेषण ट्रस्ट स्थापित करने पर विचार करने को कहा है. यह राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट (एनएमईटी) की तर्ज पर होगा. गौण खनिजों में रेत, बजरी जैसे वे संसाधन शामिल हैं जो कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में उपलब्ध हैं और स्थानीय स्तर पर उपयोग किए जाते हैं.
खान मंत्री ने सोमवार को राज्यों से राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट (एनएमईटी) की तर्ज पर लघु खनिजों की खोज को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की स्थापना पर विचार करने का आग्रह किया. रेड्डी ने केंद्र सरकार से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया. उन्होंने विभिन्न राज्यों के मॉडल का अध्ययन करने का सुझाव दिया, जिन्होंने पहले से ही इसी तरह की व्यवस्था कर रखी है. मंत्री ने खान क्षेत्र में विशेषकर कृत्रिम मेधा, स्वचालन और ड्रोन प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के महत्व पर भी जोर दिया. उन्होंने विभिन्न एनएमईटी योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने और एनएमईटी की क्षमताओं का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कार्यशालाओं और प्रचार-प्रसार की जरूरत भी बतायी. मंत्री ने जम्मू-कश्मीर और सभी खनिज समृद्ध राज्यों में चल रही खोज परियोजनाओं में तेजी लाने की जरूरत पर भी विचार-विमर्श किया