New Delhi. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की दिल्ली मुख्यालय में हुई बैठक में अडानी महाघोटाला, देशव्यापी जाति जनगणना और भारत के संविधान अंतर्गत निहित आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक न्याय के प्रावधानों का वास्तविक अर्थों में सम्मान की आवश्यकता सहित कई गंभीर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. झारखंड प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रेसिडेंट सतीश पॉल मुंजनी ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अडानी महाघोटाला की जांच के लिए बार-बार एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को केंद्र सरकार ने अनसुना किया है.
जिसे पहली बार हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उजागर किया गया था. हाल ही में हिंडनबर्ग के खुलासों ने वित्तीय बाजार नियामक संस्था सेबी और उसके चेयरपर्सन को लेकर जो खुलासे किए हैं उससे साफ हो गया है कि कैसे फर्जीवाड़ा किया गया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि भले ही पूरे मामले पर ईडी चुप रहे लेकिन कांग्रेस चुप नहीं रह सकती. इसलिए गुरुवार, 22 अगस्त 2024 को देशभर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालयों के सामने बड़े पैमाने पर कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगी और उच्चतम स्तर पर केंद्र सरकार के जवाबदेही की मांग करेंगी.